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बादाम तेल के फायदे और नुकसान

बादाम तेल के फायदे और नुकसान

2022-05-24 18:53:41

अक्सर सुनने को मिलता है कि बादाम शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है। इसके सेवन से शरीर को ताकत और याददाश्त में बढ़ोतरी होती है। लेकिन बादाम के विषय में यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि बादाम का तेल का भी शरीर के लिए उतना ही अच्छा होता है, जितना कि बादाम। क्योंकि बादाम और इसके तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनिटी-बूस्टिंग जैसे कई गुण होते हैं। जो शरीर की  त्वचा से लेकर आंतरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। बादाम का तेल अन्य तेलों की तुलना में काफी हल्का होता है। जिसके कारण इसका इस्तेमाल रसोई घर में भी किया जाता है। बादाम के तेल में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, विटामिन-ई, पोटैशियम, जिंक और प्रोटीन जैसे कई जरुरी तत्व उच्च मात्रा में होते हैं।

 

बादाम तेल कड़वा और मीठा दो तरह का होता है। बादाम के कड़वे तेल में एमिगाडलिन मौजूद होता है। जो प्रसंस्करण (Processing) के बाद एक तरह के हानिकारक हाड्रोजन सायनाइड (HCN) में बदल जाता है। इस कड़वे तेल में औषधीय तत्व तो मौजूद होते हैं, पर इसको खाया नहीं जाता। इसका प्रयोग कुछ विशेष जरूरतों के लिए ही किया जाता है। इसके विपरित बादाम का मीठा तेल अपने औषधीय गुणों के कारण ही खाने योग्य होता है अथार्त उसको खाया जा सकता है। यह तेल बाल और चेहरे के लिए भी काफी लाभप्रद होता है। इसके अतिरिक्त मीठे तेल को भोजन बनाने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है।

 
बादाम तेल के फायदे;
 
ह्रदय स्वास्थ्य-
 

बादाम तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट (Monounsaturated fats) पाया जाता है। जो शरीर के एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाता है। इससे ह्रदय रोग का जोखिम कम होता है।

 
पाचन स्वास्थ्य-
 

बादाम तेल पाचन स्वास्थ्य को अच्छा बनाता है। इसका सेवन आंत संबंधित क्रियाओं को बेहतर करता है। यह इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (पेट दर्द, कब्ज, डायरिया आदि) को ठीक करता है। इसलिए बादाम तेल को पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छा कहा जाता है।

 
कब्ज-
 

बादाम तेल कब्ज, पेट में दर्द, मल संबंधी परेशानी जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए सोने से पहले एक गिलास हल्के गर्म दूध में दो से तीन चम्मच बादाम तेल डालकर पीना चाहिए। इससे मल त्यागने में होने वाली परेशानियों से राहत मिलती है।

 
आंखों के लिए फायदेमंद-
 

बादाम का तेल आंखों के लिए भी अच्छा होता है। बादाम तेल में विटामिन-ई होता है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए जरुरी होता है। इसके अलावा इसमें अल्फा टोकोफेरॉल (alpha-tocopherol) नामक विटामिन-ई भी होता है। जो बूढ़ी आंखों की रोशनी और सेहत का अच्छे से ख्याल रखता है। आंखों के लिए बादाम तेल को सेवन के रूप में, आंखों के आस-पास मसाज के रूप में, किसी अन्य तेल के साथ मिलाकर आंखों में आई-ड्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

 
बालों का स्वास्थ्य-
 

बालों को स्वस्थ रखने के लिए बादाम तेल एक अच्छा विकल्प हैं। बादाम तेल को बालों की जड़ों में लगाकर चंपी करने से बालों में चमक आती है। चूंकि बादाम तेल हल्का होता है तो इसके इस्तेमाल से स्कैल्प (खोपड़ी) के छिद्र भी बंद नहीं होते और बालों का विकास भी निरंतर बढ़ता है।

 
कान का संक्रमण-
 

बादाम तेल कान के मैल (Earwax) को बाहर निकालने में भी मदद करता है। इसके लिए कान में सहने योग्य गर्म डालें। जिससे कान का मैल नरम होकर फूल जाता है। जिसे बाद में निकालना आसान हो जाता है और कान को संक्रमण से बचाया जा सकता है।

 
काले घेरे-
 

बादाम का तेल आंखों के नीचे पड़ने वाले काले घेरे (Dark circles) को कम करने में मदद करता है। इसके लिए बादाम तेल की दो-तीन बूंदों को आंखों के नीचे लगाकर हल्की मसाज करें। ऐसा करने से काले घेरों से जल्द छुटकारा मिलता है। दरअसल बादाम स्किन लाइटनिंग और विटामिन-ई जैसे गुणों से भरपूर होता है। और विटामिन-ई डार्क सर्कल को ठीक करने का काम करता है।

 
दमकती त्वचा (Glowing skin)-
 

बादाम तेल में त्वचा में निखारने लाने और उसको जीवंत रखने की क्षमता होती है। बादाम तेल में मौजूद इमोलिएंट और स्केलेरोसेंट गुण चेहरे की रंगत में सुधार लाते हैं। इसलिए बादाम तेल को दमकती त्वचा के लिए अच्छा कहा जाता है। इसके अतिरिक्त बादाम तेल को चोट और स्किन के अन्य निशानों को कम करने के लिए भी उपयोगी माना जाता है।

 
सोरायसिस और एक्जिमा में सहायक-
 

त्वचा के लिए बादाम तेल का इस्तेमाल सोरायसिस (Psoriasis) और एक्जिमा (Eczema) जैसी त्वचा संबंधी गंभीर समस्याओं के लिए किया जाता है। सोरायसिस एक त्वचा रोग है। जिसमें त्वचा पपड़ीदार और लाल हो जाती है। कभी-कभी ऐसी त्वचा में दर्द और सूजन भी होने लगती है। वहीं, एक्जिमा त्वचा पर पड़ने वाले लाल धब्बों और चकत्तों को कहा जाता है

 
अरोमाथेरेपी-
 

अरोमाथेरेपी हेतु बादाम तेल का प्रयोग करना सुखद अनुभूति देता है। इसके अतिरिक्त दिन में दो बार बादाम तेल का इस्तेमाल करने से नींद की गुणवत्ता और अवधि में सुधार होता है और थकान भी कम होती है। बादाम तेल का उपयोग राइनो कंजक्टिवाइटिस (बहती नाक, छींक, लाल आंखें आदि) में भी लाभ देता है।

 
नवजात को होने वाले क्रैडल कैप में सहायक-
 

शिशु के सिर पर जमने वाली परत को क्रैडल कैप (Cradle Cap) बोला जाता है। बच्चे को इससे आराम दिलाने के लिए बादाम तेल एक अच्छा विकल्प साबित होता है। क्योंकि बादाम तेल में शुष्क त्वचा को ठीक करने वाले गुण होते हैं। इसलिए क्रैडल कैप की परेशानी को कम करने के लिए भी इसको अच्छा माना जाता है। बादाम तेल का इस्तेमाल करने से सिर पर जमने वाली परतदार त्वचा मुलायम होती है। क्रैडल कैप के विषय में कहा जाता है कि यह समस्या बच्चों को सिर्फ एक निश्चित उम्र तक ही होती है। एक उम्र के बाद यह खुद ही ठीक हो जाती है।

 
बादाम तेल के नुकसान-
  • बादाम तेल का अधिक सेवन शरीर में विटामिन-ई की मात्रा को बढ़ता है। जिससे चक्कर आना, डायरिया (दस्त), आंखों में धुंधलापन और कमजोरी महसूस हो सकती है।
  • बादाम तेल में काफी मात्रा में कैलोरी मौजूद होती है। इसलिए इसका अधिक सेवन वजन को बढ़ा भी सकता है।
  • गर्भवती महिलाओं को बादाम तेल का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि इसका अधिक सेवन निर्धारित समय से पहले प्रसव का कारण बनता है।
  • बादाम तेल रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम करता है। इसलिए मधुमेह के मरीजों इसका सेवन कम या डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए।

Disclaimer

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