पालक के अद्भुत फायदे और नुकसान
2023-03-29 11:08:35
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने की सलाह हर कोई देता है। क्योंकि हरी सब्जियां सभी प्रकार के पौष्टिक तत्वों से समृद्ध हैं। इन्हीं हरी पत्तेदार सब्जियों में पालक को सबसे पहले याद किया जाता है। यह अपने अनूठे स्वाद के अलावा स्वास्थ्य लाभ के लिए जानी जाती है। आमतौर पर पालक का उपयोग पूरे इतिहास में विभिन्न संस्कृतियों द्वारा किया गया है। विशेष रूप से मध्य पूर्वी, भूमध्यसागरीय और दक्षिण पूर्व एशियाई व्यंजनों में इसका इस्तेमाल प्राथमिक भोजन के रूप में किया जाता है। पालक एक हरी पत्तेदार सब्ज़ी है, जो स्वस्थ त्वचा, बालों,आँखों और हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। क्योंकि इसके पत्ते कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह शरीर को विटामिन ए, मैंगनीज, विटामिन के, मैग्नीशियम, फोलिक एसिड, विटामिन सी, विटामिन बी2, प्रोटीन और आयरन प्रदान करती है। पालक को अंग्रेजी में स्पिनेच कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ‘स्पिनासिया ओलेरेसिया’ है।
पालक के फायदे-
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक-
दरअसल, पालक में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है। इस प्रकार यह उच्च रक्त शर्करा वाले लोगों के लिए अनुशंसित होता है।
कैंसर से बचाने में कारगर-
पालक ज़ेक्सैन्थिन और कैरोटेनॉयड्स का एक उच्च स्रोत है। यह शरीर से मुक्त कणों को खत्म करता है। चूंकि यह फ्री रेडिकल्स शरीर को कैंसर सहित विभिन्न बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं। ऐसे में पालक का सेवन कैंसर कोशिकाओं से बचाव करने में कारगर साबित होता है।
वजन कम करने में कारगर-
यदि कोई व्यक्ति बढे हुए वजन से परेशान है तो उसे अपने आहार में पालक को जरूर शामिल करनी चाहिए। क्योंकि पालक के पत्ते वजन कम करने में मदद करते हैं। दरअसल वजन कम करने के लिए कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करना बहुत जरुरी होता है। चूंकि पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है। इसलिए दिन में एक बार पालक का सेवन करना सेहत और वजन के लिए फायदेमंद होता है।
आंखों के लिए फायदेमंद-
पालक में विटामिन ए के साथ ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद हैं जो आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इस प्रकार अधः पतन और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं को कम करते हैं। साथ ही यह अच्छी दृष्टि में योगदान प्रदान करता है।
उच्च रक्तचाप को कम करने में कारगर-
उच्च रक्तचाप शारीरिक संबंधी कई समस्याएं जैसे हृदय रोगों, गुर्दे की बीमारियों और स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसे में पालक का सेवन रक्तचाप के जोखिम को कम करता है। इसमें विटामिन सी होता है, जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। साथ ही पालक में मौजूद ल्यूटिन धमनियों की दीवारों को मोटा होने से रोकता है। इस प्रकार यह हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में सहायक होता है।
सूजन को कम करने में मददगार-
पालक में नेओक्सैन्थिन और वायलेक्सैन्थिन नामक यौगिक पाया जाता है, जो अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण सूजन को कम करता है। इसके एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण का उच्च स्रोत माइग्रेन, ऑस्टियोपोरोसिस, अस्थमा, गठिया और सिरदर्द को रोकने में मदद करता है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद-
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए पालक एक अद्भुत भोजन है। क्योंकि यह लुटेन, फोलेट और बीटा कैरोटीन से युक्त हैं। ऐसा माना जाता है कि इन पोषक तत्वों की कमी के कारण डिमेंशिया यानी पागलपन की समस्या उत्पन्न होती है। साथ ही पालक में मौजूद पौष्टिक तत्व मस्तिष्क को शांत रखता है और चिंता तनाव से राहत प्रदान करता है। जिससे व्यक्ति आराम महसूस करता है। इसके अलावा पालक में पाए जाने वाला जिंक और मैग्नीशियम का उच्च स्रोत अच्छी नींद लेने में मदद करता है। इसलिए दिन में कम से कम एक बार पालक खाने से निश्चित रूप से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में सहायक-
पालक में पाए जाने वाला विटामिन ए मानव शरीर के अंगों जैसे श्वसन पथ, आंत्र पथ और श्लेष्मा झिल्ली को मजबूत करता है।
ह्रदय के लिए फायदेमंद-
पालक धमनियों में जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाने में मदद करता है। साथ ही यह धमनियों को मोटा होने से रोकता है। इस प्रकार यह हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करता है।
एनीमिया से छुटकारा दिलाने में सहायक-
पालक में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो एनीमिया के खतरे से बचाता है। आयरन महिलाओं के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह मासिक धर्म को नियंत्रित करता है। इसके अलावा आयरन मानव शरीर में ऊर्जा को भी बढ़ाता है।
मुंहासों को रोकने और चमकती त्वचा प्रदान करने में लाभप्रद-
पालक में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। ऐसा कुछ दिनों तक करने से मुहांसे कम होते हैं। साथ चमकती त्वचा को बढ़ावा मिलती है। क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन के स्वस्थ त्वचा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
दुष्प्रभाव और सावधानियां-
एलर्जी-
जो लोग लेटेक्स या चिपचिपे पदार्थों के प्रति संवेदनशील होते हैं उन्हें पालक से एलर्जी हो सकती है।
गुर्दा रोग-
पालक गुर्दे में कठोर क्रिस्टल पैदा कर सकता है। यह क्रिस्टल अघुलनशील होते हैं और गुर्दे की बीमारी का कारण बनते हैं।
मधुमेह-
पालक रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है। इसलिए चिकित्सक के मुताबिक, यदि मधुमेह की दवाओं के साथ इसका उपयोग किया जाए तो यह रक्त शर्करा के स्तर को बहुत कम कर सकता है।
शल्य चिकित्सा-
निर्धारित सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले पालक का सेवन बंद कर दें क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।
बच्चे-
कभी-कभी पालक में मौजूद नाइट्रेट छोटे बच्चों में रक्त विकार (मेटेमोग्लोबिनेमिया) की समस्या उत्पन्न कर सकता है।