ब्लैकबेरी खाने के अद्भुत फायदे
2022-05-24 16:21:00
ब्लैकबेरी एक सदाबहार विदेशी फल है। यह बेहद आकर्षित और स्वाद में रसीला होता है। इसमें अनेक प्रकार के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। जो सौन्दर्य और स्वास्थ दोनों के लिए लाभदायक होते हैं। अनेक स्वास्थवर्धक गुणों से भरपूर होने के कारण आयुर्वेद में ब्लैकबेरी को औषधि का दर्जा प्राप्त है। इसका उपयोग न सिर्फ फल के रूप में बल्कि इसके पेड़, तना, जड़ एवं पत्तियों का इस्तेमाल भी अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में किया जाता है। ब्लैकबेरी में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी6, फोलेट, फ्लेवोनॉयड, फैटी एसिड व एन्टीऑक्सडेंट जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर को स्वस्थ बनाने में महत्पूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एक ऐसा फल है जिसकी एक नहीं बल्कि कई प्रजातियां पाई जाती हैं एवं इसकी सभी प्रजातियों को दुनियाभर में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। ब्लैकबेरी को ब्रिटेन में ब्रम्बल (Bramble) कहा जाता है। जबकि अमेरिका में इसको कैनबेरी भी कहा जाता है। ब्लैकबेरी दिखने में जामुन की तरह होती हैं परन्तु यह जामुन नहीं है। अधिकतर लोग जामुन को ही ब्लैकबेरी समझने की गलती करते हैं। जबकि यह दोनों फल एक दूसरे से अलग हैं। यह मूल रूप से यूरोप की उपज है हालांकि इसका इस्तेमाल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया जैसे महाद्वीप के अधिकांश देशों में किया जाता है।
ब्लैकबेरी का पौधा पर्णपाती पौधा होता है। इसकी लम्बाई 3 से 4 मीटर तक होती है। इसकी शाखाएं घनी एवं घुमावदार और टेड़ी होती हैं। ब्लैकबेरी के पौधे की पत्तियां 3 से 15 सेमी तक लम्बी होती हैं। ब्लैकबेरी में बेहद सुन्दर गुलाबी एवं सफेद रंग के फूल लगते हैं। जो पांच पखुड़ियों में खिले नजर आते हैं। इन फूलों में ही ब्लैकबेरी फल लगते हैं। जो शुरुआत में हरे, गुलाबी या लाल रंग के होते हैं। लेकिन जब फल परिपक्क अवस्था में होते हैं तो यह काले रंग के हो जाते हैं। रंग से काला होने के कारण ही इस फल को ब्लैकबेरी के नाम से जाना जाता है।
ब्लैकबेरी के प्रकार-
दुनियाभर में ब्लैकबेरी के कई प्रकार पाए जाते हैं। किन्तु मूलरूप से ब्लैकबेरी तीन प्रकार की होती हैं-
कांटेदार ब्लैकबेरी ( Erect thorny Blackberries)
इस प्रकार की ब्लैकबेरी के फल मध्यम आकार के रस युक्त होते हैं एवं इसके पौधे की पत्तियां कांटेदार ट्राइफॉलेट होती हैं। इसकी पत्तियां कांटेदार होती हैं। इसलिए इस ब्लैकबेरी को कांटेदार ब्लैकबेरी कहा जाता है।
लोगनबेरी (Loganberries)
लोगनबेरी का फल आकर्षित और कांटेदार ब्लैकबेरी से बड़ा होता है। इस फल का रंग गहरा हरा या गहरा लाल होता है। जो स्वाद में खट्टा और मीठा होता है। इसका उपयोग अधिकतर जूस या वाइन बनाने में किया जाता है।
मरियनबेरी (Marionberries)
मरियनबेरी बेहद पौष्टिक होती है एवं इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। मरियनबेरी दिखने वाले लोगनबेरी और कांटेदार ब्लैकबेरी से बड़ी एवं गोल होती है। यह खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है।
ब्लैकबेरी के फायदे-
आंखों के लिए बेहद फायदेमंद है ब्लैकबेरी-
आंखें शरीर का अहम हिस्सा होती हैं इसलिए आंखों का स्वस्थ रहना जरुरी है। आंखों से संबंधित किसी भी तरह के रोग में ब्लैकबेरी का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो आंखों को रोग मुक्त बनाने में फायदेमंद होते हैं।
शारीरिक चर्बी को कम करने में है मददगार-
शरीर में अत्यधिक फैट जमा होने के कारण शरीर में चर्बी बढ़ जाती है। जिसके कारण व्यक्ति को अनेक तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ब्लैकबेरी में फैटी एसिड, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फाइबर पाए जाते हैं। जो मोटापा और चर्बी को कम करने में सक्षम होते हैं।
त्वचा को बनाता है जवां और खूबसूरत-
मुहांसे, पिम्पल्स, झाइयां, दाग, धब्बे त्वचा की चमक को छीन लेते हैं। जिससे त्वचा अस्वस्थ और बेजान हो जाती है। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ब्लैकबेरी का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि ब्लैकबेरी में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। जो त्वचा को खूबसूरत और जवां बनाने में कारगर होते हैं।
डिप्रेशन को करता है कम-
डिप्रेशन से निजात दिलाने में ब्लैकबेरी कारगर उपाय है। ब्लैकबेरी में मैग्नीशियम और फॉस्फोरस मुख्य रूप से पाया जाता है। जो डिप्रेशन को कम करता है।
लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में है लाभकारी-
शरीर में खून के स्तर को बढ़ाने के लिए लाल रक्त कोशिकाओं की आवश्यकता होती है। जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है। तो शरीर में खून की कमी होने लगती है। ऐसे में ब्लैकबेरी एक ऐसा खाद्य पदार्थ है। जिसकी मदद से लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाया जाता है। ब्लैकबेरी में विटामिन बी 2 पाया जाता है। जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है।
सूजन और दर्द को कम करने में है मददगार-
सूजन और दर्द एक ऐसी समस्या है। जो चोट, इंफेक्शन, गलत खान-पान आदि किसी भी कारण से हो सकती है। शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द या सूजन होने पर ब्लैकबेरी का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है। ब्लैकबेरी में विटामिन बी 2, विटामिन बी 6, विटामिन ई, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और सूजन से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
बालों को लंबा, घना और चमकदार बनाने में है कारगर-
बेजान और रूखे बालों के लिए ब्लैकबेरी रामबाण औषधि है। बालों को पोषण देने वाले सभी विटामिन्स और खनिज ब्लैकबेरी में पाए जाते हैं। जो बालों के लिए आवश्यक होते हैं। जो लोग रुसी और बालों का झड़ना आदि समस्या से पीड़ित हैं। उनके लिए भी ब्लैकबेरी अत्यंत लाभकारी औषधि है। क्योंकि ब्लैकबेरी में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन बी 6 और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते है। जो बालों को लम्बा, घना और चमकदार बनाने में फायदेमंद होते हैं।
ब्लैकबेरी करता है शारीरिक थकावट को दूर-
ब्लैकबेरी में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पोटैशियम एक ऐसा तत्व है। जो मांसपेशियों के कार्यों में सुधार करके, बिना थके अधिक समय तक कार्य करने के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए थकावट की समस्या से ग्रस्त होने पर ब्लैकबेरी का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है।
ब्लैकबेरी के अन्य फायदे-
- ब्लैकबेरी में पोटैशियम पाया जाता है। जो ब्लड प्रेशर वाले रोगियां के लिए फायदेमंद होता है।
- ब्लैकबेरी में फॉस्फोरस और कैल्शियम पाए जाते हैं। जो हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ बनाने में लाभकारी होते हैं।
- इसमें उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो वजन को आसानी से कम करने में लाभकारी होता है।
- पाचन तंत्र की खराबी से परेशान लोगों के लिए ब्लैकबेरी का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है। क्योंकि इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनते हैं।
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए ब्लैकबेरी का उपयोग फायदेमंद होता है।
ब्लैकबेरी से होने वाले नुकसान-
- मधुमेह रोगियों को इसका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि इसमें फॉस्फोरस पाया जाता है। जो मधुमेह रोग को बढ़ावा देता है।
- इसके अधिक सेवन से खट्टी डकारें आ सकती हैं और उल्टी की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
- ब्लैकबेरी में खून को पतला करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसलिए जो लोग खून को पतले करने वाली दवाइयों का सेवन कर रहे हैं। उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए।
- ब्लैकबेरी खाने के बाद दूध का सेवन करने से कब्ज की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को इसका उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह ले लेनी चाहिए।