मधुमक्खी के डंक मारने के लक्षण और उपचार
2022-05-24 12:37:32
मधुमक्खी का डंक मारना एक आम समस्या है किंतु कई लोगों के लिए यह कष्टदायक भी होता है। मधुमक्खी के डंक मारने पर उसके डंक में मौजूद जहर के कारणव्यक्ति को दर्द, घाव और बुखार की समस्या उत्पन्न होती है। इसलिए यदि मधुमक्खी शरीर पर कहीं अपना डंक मार दे तो उस जगह पर सूजन तो आ ही जाती है। साथ ही तेज दर्द भी शुरु हो जाता है।कई बार तो दर्द और जहर के प्रभाव से बुखार भी हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है। जिससे शरीर में संक्रमण हो जाता है। आयुर्वेद के अनुसार मधुमक्खी के डंक मारने के बाद वात दोष दूषित हो जाता है। डंक को निकालने में चिमटी या किसी भी नूकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एक ब्लंट ऑबजेक्ट जैसे कि कार्ड या बटर नाईफ (जिसकी तेज धार न हो) को धीरे-धीरे प्रभावित क्षेत्र में खुरच कर डंक को निकालना चाहिए। चिमटी या नूकीली चीज का उपयोग करने से बचें। क्योंकि इससे जहर फैल सकता है।
मधुमक्खी के डंक मारने पर दिखने वाले लक्षण-
मधुमक्खी के डंक मारने पर दर्द और सूजन के अलावा और भी लक्षण होते हैं। हालांकि हर किसी में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं।कुछ लोगों को तेज दर्द होता है तो कुछ में केवल प्रभावित जगह पर सूजन आ जाती है और कुछ के शरीर का प्रभावित हिस्सा लाल पड़ जाता है। आइए जानते हैं इसके कुछ अन्य लक्षणों को-
- जलन और दर्द।
- सूजन।
- लाली।
- एक दुखद जगह में तापमान में वृद्धि होना।
- कुछ घण्टों के बाद दर्द का खुजली में बदलना।
- शरीर के तापमान का बढ़ना।
- उल्टी।
- मतली।
- चक्कर आना।
- सिरदर्द।
- दस्त।
- कमजोरी।
- रक्तचाप का कम होना।
- सांस लेने में कठिनाई होना।
- पेट में दर्द आदि।
मधुमक्खी के डंक से बचने के उपाय-
- व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें।
- क्षेत्रों को साफ रखें, खासकर उस जगह को जहां भोजन है।
- खाद्य कंटेनर और कचरा डिब्बे कवर करके रखें।
- बगीचे की ट्रिमिंग जैसी गतिविधियों के दौरान सावधानी बरतें।
मधुमक्खी के डंक का उपचार-
मधु/शहद का प्रयोग -
शहद के प्रयोग से मधुमक्खी के डंक में राहत मिलती है। इसके लिए जिस जगह मधुमक्खी ने काटा हो सबसे पहले उस स्थान को अच्छे से साफ़ करें। ध्यान दें कि कोई भी स्टिंग (डंक) काटे हुए स्थान पर न रह सके। इसके बाद इस स्थान पर आर्गेनिक शहद का उपयोग करें और एक लूज बैंडेज से बांध दें।
बेकिंग सोडा-
मधुमक्खी के डंक मारने पर बेकिंग सोडा का उपयोग भी तात्कालिक राहत देता है। शरीर के जिस भाग में मधुमक्खी ने डंक मारा हो, उस भाग में बेकिंग सोडा और पानी को मिला कर बनाया गया पेस्ट लगाएं। इसे कुछ समय (लगभग 10-15 मिनट) के लिए ऐसे ही छोड़ दें। यदि आपको इससे राहत नहीं मिलती है, तो पुनः बेकिंग सोडा और जल का पेस्ट बना कर उस स्थान पर लगाएं।
एप्पल विनेगर-
एप्पल विनेगर भी मधुमक्खी के डंक मारने पर कारगर उपाय होता है। मधुमक्खी के डंक मारे हुए स्थान पर एप्पल विनेगर की कुछ बूंदें डाल कर कुछ समय के लिए छोड़ दीजिए। इससे दर्द से जल्द राहत मिलेगी या किसी साफ़ कपड़े को एप्पल विनेगर में भिगो कर मधुमक्खी के काटे हुए स्थान पर रखें।
टूथपेस्ट-
टूथपेस्ट का प्रयोग भी मधुमक्खी के डंक से राहत देने में काफ़ी लाभदायक होता है। कुछ लोगों का मानना है कि इसमें मौजूद एल्कलाइन तत्व मधुमक्खी के डंक की अम्लीय प्रवृत्ति को शांत कर, इससे राहत प्रदान करता है।
एस्पिरिन टेबलेट-
एस्पिरिन टेबलेट का प्रयोग अधिकतर सिर दर्द और बुखार आदि के लिए किया जाता है। एस्पिरिन टेबलेट को तोड़ कर अथवा इसका हल्का पेस्ट बना कर यदि मधुमक्खी के डंक मारे हुए स्थान पर लगाया जाए तो दर्द औरइचिंग से राहत प्राप्त होती है।
एलोवेरा-
एलोवेरा का प्रयोग अक्सर त्वचा से जुड़ी समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसके प्रयोग से त्वचा नर्म हो जाती है। एलोवेरा पौधा के एक पत्ते को तोड़कर इसे मधुमक्खी द्वारा डंक मारे गए स्थान पर निचोड़ें। ऐसा करने से दर्द और जलन में काफ़ी कमी आ जाती है। स्किन के लिए एलोवेरा काफी फायदेमंद भी होता है।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए ?
त्वचा पर से पस या सूजन जैसे लक्षणों का कुछ दिनों के भीतर नहीं जानें पर डॉक्टर से परामर्श लें ।