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काले नमक के फायदे और उपयोग

काले नमक के फायदे और उपयोग

2022-03-17 11:16:34

सभी घरों में खाने के लिए काला नमक का इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग घरो में मसाले, चूर्ण, काढ़े और पानी के रूप में किया जाता है। काला नमक स्वास्थ्य को ठीक रखने में भी मदद करता है। क्योंकि इसमें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मिनरल्स अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए इसके सेवन से आंखों और शरीर में सूजन जैसे दुष्प्रभाव भी कम होते हैं। इसके अलावा काले नमक में आयरन की प्रचूर मात्रा पाई जाती है। जो सीने में जलन, सूजन और पेट फूलने की समस्या से निजात दिलाने में मदद करती है। साथ ही काला नमक उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें सोडियम की कम मात्रा होती है। जिससे रक्तचाप बढ़ने का जोखिम कम हो जाता है। इसलिए आयुर्वेद में काले नमक को उत्तम दर्जे की औषधि माना गया है।

काला नमक चट्टानों से निकाला जाता है, इसलिए इसे रॉक सॉल्ट भी कहते हैं। काले नमक को हिमालय क्षेत्रों से प्राप्त किया जाता है। इसलिए इसे हिमालयन रॉक साल्ट भी कहा जाता है। काले नमक का सेवन सफेद नमक की अपेक्षा ज्यादा उपयोगी होता है। क्योंकि काला नमक कृत्रिम रूप से आयोडीनाइज नहीं किया जाता है। काले नमक को अंग्रेजी में ब्लैक साल्ट के नाम से जानते हैं।

 
काले नमक के फायदे;
एसिडिटी एवं कब्ज-

काले नमक में क्षारीय गुण होते है। जो पेट में मौजूद अतिरिक्त एसिड को कम करने में मदद करते हैं। काला नमक एसिड रिफ्लक्स से होने वाले नुकसान को कम करता है। यह पाचन तंत्र में सुधार और आंतों की गैस से निजात दिलाता है। इसके अतिरिक्त काले नमक में लैक्सेटिव गुण पाया जाता है। जो आंतों के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह मल को ढीला कर कब्ज की समस्या से आराम दिलाता है।

 
बद्धकोष्ट-

काला नमक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता हैं। यह बद्धकोष्ट (पेट साफ न होना) की समस्या को ठीक करने का काम करता हैं।

 
पाचन शक्ति में सहायक-

काला नमक मेटाबोलिज्म में सुधार कर पाचन शक्ति को बेहतर करता है। इसके अलावा यह रक्त शुद्ध करने वाले एजेंट के रूप में भी काम करता है। इस प्रकार से काला नमक पेट के विषाक्त पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है।

 
हृदय स्वास्थ्य के लिए-

काला नमक में फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, मैंगनीज और जिंक जैसे खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। जो हृदय स्वास्थ्य को लंबे समय तक अच्छा रखने का काम करते हैं। यह पोषक तत्व शरीर में रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा यह रक्त कोशिकाओं के विकास के लिए भी जरूरी होते हैं। इस कारण से काले नमक को हृदय के लिए अच्छा माना जाता है।

 
हड्डियों के लिए-

फास्फोरस और कैल्शियम हड्डियों के निर्माण और उनकी सेहत को बनाए रखने के लिए जरूरी होते हैं। चूंकि काले नमक को कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए काले नमक का सेवन करना हड्डियों के लिए अच्छा होता है।

 
सूजन के लिए-

काला नमक एंटीऑक्सीडेंट, अल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड, फेनोलिक एसिड और सैपोनिन्स जैसे तत्वों से भरपूर होता है। जो सूजन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा काले नमक में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी का प्रभाव भी सूजन को कम करने और रोकने में सहायता करता है।

 
मांसपेशियों के ऐंठन से राहत-

इलेक्ट्रोलाइट्स (कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम) की कमी मांसपेशियों में ऐंठन की वजह बनती है। काले नमक में इलेक्ट्रोलाइट्स की भी भरपूर मात्रा होती है। जो ऐंठन की समस्या को कम करने में सहायता करता है।

 
मस्तिष्क विकास के लिए-

काले नमक में मौजूद न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण दिमाग का विकास कर, उससे जुड़ी तमाम बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा काले नमक के सेवन से ऑक्सीजन का संचारण बढ़ता है। जिससे ब्रेन एक्टिव होता है। साथ ही दिमाग की याददाश्त बढ़ती और न्यूरोनल कोशिकाओं की रक्षा होती है।

 
तनाव और चिंता के लिए-

काले नमक में न्यूरो प्रोटेक्शन गुण पाए जाते हैं। जो दिमाग को शांत कर, ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से लड़ने का काम करते हैं। इसलिए इसका सेवन चिंता और तनाव को दूर करने में सक्षम होता है। साथ ही यह रात को अच्छी नींद लाने में भी सहायता करता है।

 
गर्भावस्था में फायदेमंद-

मुख्य रूप से काला नमक गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि इस समय शरीर के हार्मोन्स में बदलाव होता है और गर्भाशय के कारण पाचन धीमा हो जाता है। जिससे पेट फूलना, आहार नली में गैस बनने जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसे में काले नमक का सेवन करना लाभदायक होता है। क्योंकि इसमें मौजूद सक्रिय एंजाइम पाचन गतिविधि में वृद्धि करते हैं। साथ ही आंत संबंधित समस्याओं को भी दूर करते हैं।

 
पेट के कीड़े के लिए-

काला नमक और नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा काले नमक के सेवन से उल्टी की समस्या भी कम होती है।

 
वजन कम करने में सहायक-

काले नमक का सेवन करने से शुगर क्रेविंग कम होती है। क्योंकि यह इंसुलिन को फिर से एक्टिव करने में सहायक होता है। जिससे बार-बार मीठा खाने का मन नहीं होता इसलिए वजन कम करने के लिए काले नमक का सेवन करना लाभदायक होता है।

 
मुंह के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक-

मुंह के स्वास्थ्य के लिए काला नमक अच्छा होता है। दांतों को सफेद करने के लिए काले नमक का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए काले नमक के गुनगुने पानी से कुल्ला करें। ऐसा करने से मुंह स्वस्थ रहता है और गले की खराश भी खत्म हो जाती है।

 
अस्थमा में लाभदायक-

एनसीबीआई की रिसर्च के अनुसार, काले नमक में एंटी अस्थमा प्रभाव होता है। जो श्वसन प्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और अस्थमा जैसी समस्याओं को कम करता है।

 
बच्चों के लिए फायदेमंद-

काले नमक के स्वास्थ्य लाभ बच्चों के लिए भी होते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, बच्चों के आहार में सोडियम की मात्रा को कम करने की सलाह दी जाती है। जिससे बच्चों को हृदय संबंधी जोखिम से दूर रखा जा सके। ऐसे में काले नमक का उपयोग बच्चों के लिए बेहतर साबित हो सकता है। क्योंकि काले नमक में टेबल साल्ट की अपेक्षा सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है।

 
त्वचा के लिए-

काले नमक कई प्राकृतिक खनिजों से समृद्ध होता है। इसलिए इसे स्क्रब और स्पा की तरह उपयोग करने से मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद मिल सकती है। काला नमक त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित (स्किन रिजुवनेशन) करने का काम करता है। साथ ही यह त्वचा की प्राकृतिक बनावट को सुरक्षित रखकर चमक प्रदान करता है। इसके अलावा, काले नमक क्लींजिंग प्रॉपर्टीज भी होती है, जो त्वचा की गंदगी को साफ करने का काम करती है। इसके लिए काले नमक को गुनगुने पानी में डालकर नहाने से त्वचा की गंदगी साफ हो जाती है।

 
बालों के लिए-

काला नमक यानी रॉक साल्ट में क्लींजिंग और एक्सफोलिएटिंग दोनों गुण मौजूद होते हैं। जो स्कैल्प और बालों को साफ करने का काम करते हैं। इसके अलावा नमक युक्त पानी से बाल धोने पर बालों की कंडीशनिंग भी होती है।

 
काला नमक का उपयोग-
  • काले नमक को साधारण नमक की जगह पर सब्जी बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • नींबू पानी और शिकंजी बनाने के लिए भी काले नमक का उपयोग किया जाता है।
  • इसे सलाद के ऊपर छिड़ककर भी इसका सेवन किया जाता है।
  • दही वड़ा, रायता और पानी पुरी में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • पुदीने की चटनी बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • चाट मसाला और पाव भाजी में भी काले नमक का उपयोग किया जाता है।
काले नमक के सेवन हेतु सावधानियां-

काले नमक के वैसे तो कोई नुकसान नहीं देखे गए हैं, लेकिन निम्नलिखित परेशानियों के समय इसके सेवन से बचना चाहिए।

 
  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर।
  • हाइपरटेंशन होने पर।
  • दिल संबंधी बीमारी होने पर।
  • किडनी से जुड़ी समस्याएं होने पर।
  • पेट का कैंसर एवं पथरी होने पर।

Disclaimer

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