लौंग तेल के फायदे और उपयोग
2021-12-20 18:40:07
सभी घरों में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए लौंग का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग घरों में मसालें, अचार, काढ़ा इत्यादि के रूप में किया जाता हैं। आयुर्वेद में भी लौंग को एक औषधि के तौर पर देखा जाता है। लौंग के तेल से मौसमी बीमारियों से राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त लौंग पाचन, पेट फूलना और अन्य पेट संबंधि समस्याओं को कम करने का काम करती है।
क्या है लौंग का तेल?
लौंग को अंग्रेजी में क्लोव (Clove) कहते है। लौंग का तेल लौंग की सूखी कलियों से निकाला जाता है। जिसका रंग गोल्डन ब्राउन (सुनहरा भूरा) होता है। इसके तेल में तेज गंध वाला उड़नशील पदार्थे होता है। जो सूक्ष्म जीवों को मारने की शक्ति रखता है। लौंग का तेल सल्फर डाई-ऑक्साइड और बेंज़ोइक अम्ल से अधिक सुरक्षित रहता है। इसलिए एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक दवाओं में लौंग का तेल उपयोग किया जाता है।
आयुर्वेद में लौंग का महत्व-
लौंग का पेड़ सदाबाहर होता है। इससे फूल और कली आपस में मिले होते हैं। इसी को लौंग कहते हैं। जिसका उपयोग आयुर्वेद में सालों से किया जा रहा है। लौंग के तेल में एंटीमाइक्रोबियल, एंटिफंगल, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल जैसे गुण पाए जाते हैं। लौंग में कई ऐसे खनिज भी होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। लौंग तेल और साबुद लौंग दोनों को ही घरों में कई रूप जैसे चाय, मसाले, खाने आदि में उपयोग किया जाता है। लौंग के तेल में फेनिलप्रोपेनॉयड और यूजिनॉल नामक यौगिक भी मौजूद होता है। जिससे यह तेल दर्द निवारण के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
लौंग जीवन शक्ति को बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है। यह बुखार, सरदर्द, टीबी जैसे रोगो में एंटीबायोटिक का काम करती है। लौंग रक्त को शुद्ध करने वाली और कीटाणुनाशक होती है। लौंग में मुंह, आंत और आमाशय के सूक्ष्म कीटाणुओं और सड़न को रोकने वाले गुण होते हैं। इसके इस्तेमाल से पाचनतंत्र मजबूत होता है। लौंग के तेल में कैल्शियम, आयरन, सोडियम, फास्फोरस, पोटैशियम, विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है। जिस कारण यह तेल शरीर के विभिन्न विकारों को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है।
लौंग का उपयोग-
- लौंग का इस्तेमाल चाय बनाने के लिए किया जाता है। चाय में 1-2 लौंग का इस्तेमाल करने से मन को शांति और ताजगी मिलती है।
- लौंग का उपयोग भोजन बनाने में किया जाता है।
- लौंग का इस्तेमाल किसी बेक्ड फूड बनाने में किया जा सकता है।
- केक बनाने में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है।
- दूध में डार्क चॉकलेट और लौंग का पाउडर डालकर प्रयोग में लाया जाता है।
- चटनी के रूप में भी लौंग का इस्तेमाल किया जाता है।
लौंग के तेल के फायदे;
दांतों के दर्द में सहायक-
दांतों से जुड़ी समस्याओं के इलाज में लौंग तेल का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाता है। लौंग के तेल में जीवाणुनाशक गुण होते हैं। जो दांतों के दर्द को दूर करने में कारगर होते हैं। इसके अतिरिक्त लौंग का तेल मसूढ़ों के दर्द और मुंह के अल्सर को दूर करने में मदद करते हैं। लौंग के तेल में यूजीनॉल पाया जाता है। जिसका प्रयोग चिकित्सक वर्षों से दांतों के इलाज में करते आ रहे हैं।
चेहरे के लिए फायदेमंद -
लौंग के तेल में एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीसेप्टिक दोनों गुण एक साथ मौजूद होते हैं। जो मुंहासे, झुर्रियां, झाइयां और दाग-धब्बें उत्पन्न करने वाले कीटाणुओं को नष्ट करते हैं। साथ ही चेहरे को साफ-सुथरा और उज्ज्वल बनाते हैं।
बालों के पोषण में सहायक -
लौंग के तेल में हेयर फॉलिकल (hair follicle) को उत्तेजित करने वाले गुण होते हैं। यह सिर की त्वचा (scalp) में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। साथ ही बालों के रोमों को जीवित रखते हैं। सिर में रक्त का प्रवाह बढ़ने से हेयर फॉलिकल को पोषण मिलता है। जिसके कारण बाल मोटे, घने और लंबे होते हैं।
तनाव से दिलाए राहत -
स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिहाज से लौंग का तेल काफी कारगर साबित होता है। क्योंकि इसकी खुशबू से मस्तिष्क को राहत मिलती है। रिलैक्सिंग इफेक्ट्स के वजह से इसका प्रयोग स्ट्रेस रिलीवर के तौर पर कर सकते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक -
लौंग के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करते हैं। साथ ही इसके एंटीवायरल गुणों के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद मिलती है।
मधुमेह को कम करने में सहायक -
लौंग के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण और सोडियम नाइट्रोप्रुसाइड होते हैं। जिसके कारण रक्त में मौजूद शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
संक्रमण से बचाने में -
लौंग के तेल में यूजेनॉल नामक केमिकल होता है। जो दर्द को कम करने और संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है।
रक्त को शुद्ध करने के लिए -
लौंग का तेल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाया जाता है। जिसके कारण लौंग का तेल रक्त में मौजूद विषैले पदार्थ को बाहर कर रक्त को साफ करता है। इससे पूरा शरीर की डिटॉक्सिफाइंग हो जाता है।
उल्टी और मितली रोकने में मददगार -
लौंग तेल यात्रा के दौरान उल्टी और मितली जैसी समस्या को कम करता है। इसकी खुशबू और इसमें मौजूद एंटीइंफ्लेमेंटरी एवं एंटीवायरल गुण उल्टी को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा लौंग तेल का उपयोग गर्भवती महिलाएं मॉर्निंग सिकनेस और असहजता को कम करने के लिए भी कर सकती है।
लौंग तेल के घरेलु उपचार -
- लौंग तेल दांतों के दर्द को ठीक करने का काम करती है। इसके लिए रुई को लौंग तेल में भिगोकर दांतों पर लगाएं। ऐसा करने से दांतों का दर्द, दातों के कीड़े आदि इन्फेक्शन से आराम मिलता है।
- लौंग के तेल को हल्का गुनगुना करके शरीर की मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है।
- पेट के रोग जैसे-अपच, दर्द, गैस, दस्त, सूजन आदि रोगों में पेट के बाहर नाभि पर लौंग तेल लगाने से फायदा मिलता है।
- लौंग तेल को किसी अन्य तेल में मिलाकर सिर की मालिश करने से तनाव, सिरदर्द और माइग्रेन जैसे रोग ठीक होते हैं।
- लौंग और तिल के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर इसकी एक से दो बूंदें कान में डालने से कान के दर्द में आराम मिलता है।
- चेहरे पर मुहांसे एवं दाग धब्बों से निजात पाने के लिए लौंग तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह त्वचा के अंदर जाकर दाग-धब्बों, झाइयां को साफ करता है और त्वचा को बेदाग बनाता है।
- किसी प्रकार का घाव या चोट पर लौंग का तेल लगाने से संक्रमण नहीं फैलता और बैक्टीरिया भी खत्म हो जाता है।
लौंग के तेल से नुकसान -
- अधिक मात्रा में लौंग तेल के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है।
- अनियंत्रित रूप से लौंग तेल का सेवन करने से खून का बहाव ज्यादा हो सकता है।
- लौंग तेल का ज्यादा इस्तेमाल करने से आंतों में परेशानी हो सकती है।
- लौंग का तेल बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है।
- किसी व्यक्ति को इससे एलर्जी होता हो तो उसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसका इस्तेमाल करना चाहिए।