सूरजमुखी तेल के औषधीय गुण और फायदे
2022-03-17 14:42:10
सूरजमुखी एक फूल है। जिसकी खास बात यह है कि यह सूरज की दिशा के साथ चारों तरफ घूमता रहता है। इसीलिए इसका नाम सूरजमुखी है। यह एक प्रमुख तिलहन है। सूरजमुखी फूल कड़वे और ठंडे तासीर के होते हैं। सूरजमुखी के बीज में विटामिन बी-1, बी-3, बी-6, प्रोटीन, मैग्निशियम और फॉस्फोरस जैसे बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इन सभी गुणों के कारण आयुर्वेद में कई तरह की औषधियों को बनाने के लिए सूरजमुखी का प्रयोग किया जाता है। सूरजमुखी का वानस्पतिक नाम ‘हेलियनथस एनस’ (Helianthus annuus) है।
सूरजमुखी का तेल-
सनफ्लावर ऑयल को हिंदी में ‘सूरजमुखी तेल’ के नाम से जाना जाता है। सूरजमुखी का तेल इसके बीज के अर्क से बनता है। इसका उपयोग खाना पकाने के साथ कॉस्मेटिक फॉर्मूलेशन के रूप में भी किया जाता है। सनफ्लावर ऑयल में प्रमुख तौर पर लिनोलिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा ओलिक और पाल्मिक एसिड भी इसमें मौजूद होते हैं। इनके अतिरिक्त इसमें कैरोटीनॉड्स, टोकोफेरोल, लेसिथिन और विटामिन-ए, विटामिन-डी तथा विटामिन-ई की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। सूरजमुखी तेल का उपयोग करने से स्वस्थ्य हृदय, मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली, स्वस्थ्य त्वचा, कैंसर को रोकने, हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने, अस्थमा के खिलाफ रक्षा और सूजनरोधी आदि लाभ प्राप्त होते हैं।
सूरजमुखी के तेल के फायदे
कोलेस्ट्रॉल को सामान्य करता है सनफ्लावर ऑयल-
सूरजमुखी तेल में लिनोलिक एसिड (एक ओमेगा-6 फैटी एसिड) की पर्याप्त मात्रा के साथ फैटी एसिड की संतुलित मात्रा पाई जाती है। हालांकि, ओमेगा-6 फैटी एसिड को आमतौर पर ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल माना जाता है, फिर भी यह शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। ऐसे में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (ओमेगा-3 एस) और खराब कोलेस्ट्रॉल का स्वस्थ संतुलन बनाने में सनफ्लावर ऑयल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, सनफ्लावर ऑयल में कोई संतृप्त वसा (Saturated Fat) नहीं होती है। यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
स्वस्थ ह्रदय के लिए लाभदायक है सनफ्लावर ऑयल-
सूरजमुखी तेल के प्रयोग से ‘एथेरोस्क्लेरोसिस’ (धमनियों का सख्त होना) के विकास का जोखिम कम हो जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण धमनियां अवरुद्ध होती है, रक्तचाप बढ़ जाता है और दिल का दौरा पड़ने या स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। सनफ्लावर ऑयल का उचित उपयोग हृदय को स्वस्थ्य रखने में लाभदायक होता है।
त्वचा के लिए उपयोगी है सूरजमुखी तेल-
सूरजमुखी तेल विटामिन-ई से भरपूर होता है। यह विशेष रूप से त्वचा के बेहतर स्वास्थ्य और कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में सहायता करता है। यह त्वचा को सूरज से होने वाली क्षति से बचाने के साथ बढ़ती उम्र के लक्षणों को भी कम करता है। विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो मुक्त कणों को बेअसर करके स्वस्थ कोशिकाओं को नष्ट करने से रोकता है। यह एक प्रमुख कारण है, जिस वजह से कॉस्मेटिक उत्पादों में सूरजमुखी तेल का उपयोग किया जाता है।
मुंहासों को कम करने में फायदेमंद है सनफ्लावर ऑयल-
सूरजमुखी के तेल में विटामिन-ए, सी और डी तथा स्वस्थ कैरोटीन पाए जाते हैं, जो त्वचा पर सुरक्षा हेतु एक कवच बनाकर मुहांसों से बचाव करते हैं। हल्का और गैर-चिकना होने के कारण सनफ्लावर ऑयल बिना त्वचा के छिद्रों को अवरुद्ध किए, आसानी से त्वचा में अवशोषित हो जाता है। इसमें पाए जाने वाले फैटी एसिड और विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट्स के रूप में त्वचा कोशिकाओं को नया जीवन प्रदान कर मुंहासों से छुटकारा दिलाते हैं।
गठिया का उपचार करता है सूरजमुखी तेल-
सनफ्लावर ऑयल न केवल अस्थमा बल्कि गठिया को कम करने में भी लाभकारी पाया गया है। गठिया रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी यह तेल बहुत ही अच्छा समाधान है। इसके अलावा सूरजमुखी तेल रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) की रोकथाम में मदद करता है।
प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत बनाता है सूरजमुखी तेल-
सूरजमुखी का तेल विटामिन-ई से परिपूर्ण होता है। यह शरीर में एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। जिससे हृदय रोग को रोकने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद मिलती है।
सूरजमुखी के तेल के नुकसान
- सनफ्लावर ऑयल में अन्य वनस्पति तेलों की तुलना में ओमेगा-6 की मात्रा अधिक होती है। इस कारण यह कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- ‘एस्टेरेसी / कम्पोजिटी’ पौधों की प्रजाति के प्रति संवेदनशील लोगों को सनफ्लावर ऑयल से एलर्जी हो सकती है।
- इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है, जिसका अधिक सेवन गर्भवती महिलाओं को नुकसान दे सकता है।
- सनफ्लावर ऑयल का अधिक सेवन रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ाकर डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है।
- इसमें पाए जाने वाला प्लाज्मा कोलेस्ट्रोल, लिनोलिक एसिड और खराब कोलेस्ट्रोल को बढ़ाकर टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकता है।
कहां पाया जाता है सूरजमुखी?
सूरजमुखी की खेती सबसे पहले अमेरिका में की गई थी। सूरजमुखी के तेल का सबसे अधिक उत्पादन रूस, अमरीका, यूक्रेन, अर्जेंटीना, स्वीडन और भारत में किया जाता है। भारत में सूरजमुखी लगभग सभी जगह पाए जाते हैं।