कपूर का तेल और इसके फायदे
2022-05-24 17:22:06
कपूर का तेल एक शक्तिशाली और सुगंधित तेल है। यह तेल कपूर पेड़ की लकड़ी से भाप आसवन द्वारा तैयार किया जाता है। जो त्वचा के माध्यम से आसानी से अवशोषित हो जाता है। इस तेल का इस्तेमाल कई प्रकार के कॉस्मेटिक उत्पाद जैसे- शैंपू, साबुन, मॉइस्चराइजर्स आदि को बनाने के लिए भी किया जाता है। यह तेल डिफ्यूजर और अरोमा थेरेपी में भी उपयोग किया जाता है। कपूर के तेल में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अतिरिक्त इसमें एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेंटरी तत्व भी होते हैं। औषधीय रूप में इस तेल का उपयोग त्वचा में जलन, झुर्रियां, त्वचा की सूजन, मुंहासे, बालों का झड़ना, जोड़ों में दर्द, मांशपेशियों में दर्द और कफ का जमना आदि के इलाज में किया जाता है।
आयुर्वेद में कपूर के तेल का महत्व-
आयुर्वेदिक चिकित्सा में कपूर तेल का बहुत अधिक महत्व है। इसमें मुख्य रूप से टरपिनेन-4-ऑल, कैरियोफिलेन, सैफ्रोल, यूजेनॉल और कैम्फेन पाए जाते हैं। जो प्राकृतिक स्किनकेयर में अच्छे परिणामों की प्राप्ति के लिए उपयोग किए जाते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक में कपूर एसेंशियल ऑयल कई तरह की बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। अरोमा थेरपी में कपूर तेल का प्रयोग निमोनिया और ब्रोंकाइटिस के लक्षणों से आराम दिलाता है। यह इम्यूनिटी को बढ़ाता है और मेटाबोलिस्म तेज करता है। कपूर तेल (Camphor oil) की खुशबू नर्वसनेस, बेचैनी को दूर करके दिमाग को आराम पहुंचाती है।
कपूर तेल में एंटीबैक्टीरिया और एंटीसेप्टिक तत्व होते हैं। जो संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं से रक्षा करते हैं। इस तेल से मालिश करने पर मसल्स में मोच, ऐंठन, जकड़न और खिंचाव से आराम मिलता है। कपूर तेल को कीड़े के काटे हुए पर लगाने से राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त स्किन में खुजली होना, स्किन का लाल होना, स्किन पर रगड़ (Rashes) लगने पर कपूर तेल को किसी कैरियर ऑयल में मिलाकर प्रभावित हिस्सें पर लगाने से राहत मिलता है।
कपूर के तेल के फायदे;
संक्रमण और एलर्जी में लाभप्रद-
कपूर के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो संक्रमण, एलर्जी और सूजन को रोकने में सहायक होते हैं। यह तेल परजीवी संक्रमण जैसे टेपवर्म (tapeworm) और रिंगवर्म (Ringworm) से छुटकारा पाने में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त इस तेल में मौजूद एंटीआक्सीडेंट त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करता है। इस ऑयल को त्वचा पर लगाने से फाइन लाइन, मुहांसे, झुर्रियों और एजिंग आदि की समस्या दूर होती है।
बालों के लिए फायदेमंद-
बालों की कई तरह की समस्या में कपूर का तेल लाभदायक होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व बालों को स्वस्थ्य बनाने और उन्हें मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त यह तेल बालों का झड़ना और रुसी (डैंड्रफ) का इलाज़ करने में भी उपयोगी होता है।
फ्री रेडिकल्स से बचाव-
कपूर का तेल शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करता है। शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स कई गंभीर बिमारियों का कारण बनता है। इस तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ने का काम करता है और शरीर को उन गंभीर बिमारियों का शिकार होने से बचता है।
दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मददगार-
कपूर के तेल में ज्यादातर कीटाणुनाशक गुण पाए जाते हैं। इसलिए यह तेल स्थाई रूप से दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होता है। क्योंकि यह त्वचा में जलन पैदा करने वाले जीवाणु को मारता है। जिससे त्वचा की जलन और दर्द कम होता है। इसके अतिरिक्त यह तेल त्वचा की सूजन को भी दूर करता है।
तंत्रिका विकार का इलाज करने में सहायक-
कपूर के तेल में शक्तिशाली एजेंट जैसे एनाल्जेसिक और अनसेस्थिस गुण मौजूद होते हैं। जो तंत्रिका विकारों के इलाज में सहायक होते हैं। कई शोधों में पता चला है कि चिंता, ऐंठन, घबराहट और मिर्गी के दौरे जैसे तंत्रिका विकारों के लक्षणों को कम करने में भी कपूर का तेल फायदेमंद साबित होता है।
श्वसन की समस्याओं में लाभप्रद-
श्वसन की समस्याओं जैसे बंद नाक, कफ को साफ करना, खांसी और सर्दी के इलाज के लिए कपूर का तेल एक अच्छा घरेलू नुस्खा है। इसका कारण यह है कि कपूर के तेल में एक मजबूत गंध होती है। जो भीड़भाड़ वाले श्वसन पथ को खोलती है। इससे सांस लेने में आराम मिलता है। फेफड़ों में जमे बलगम (कफ) को साफ करने में सहायता मिलती है। इसके अतिरिक्त स्वीट ऑयल और कपूर एसेंशियल ऑयल को बराबर मात्रा में मिलाकर छाती पर हल्के हाथ से मालिश करने से जल्द राहत मिलती है।
पाचन क्रिया को सुधार करने में-
कपूर का तेल एक प्रभावी उत्तेजक के रूप में काम करता है। यह पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देता है और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में सहायता करता है। यह तेल चयापचय को गति देता है और सिस्टम से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। कपूर के तेल में सक्रिय यौगिक गैस निर्माण और पेट फूलने का इलाज करने में मदद करते हैं।
कपूर तेल के नुकसान -
- कपूर तेल को सीधे त्वचा पर लगाने से त्वचा में जलन हो सकती है। इसलिए इस एसेंशियल ऑयल को किसी अन्य स्वीट ऑयल में मिलाकर इस्तेमाल करें।
- 2 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों को कपूर का तेल न लगाएं।
- यह तेल संवेदनशील त्वचा वाले लोगों में एलर्जी पैदा कर सकता है। इसलिए ऐसे लोग इसका प्रयोग न करें।
- कपूर तेल का अधिक उपयोग करने से मतली, उल्टी, जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं को इस तेल का उपयोग चिकित्सक के परामर्शानुसार करना चाहिए।