थकान के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
2023-03-17 17:00:32
थकान एक ऐसी समस्या है, जिससे लगभग हर किसी को गुजरना पड़ता है। अक्सर लोग इसे सामान्य परेशानी समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन अधिक थकान (शारीरिक या मानसिक) लगना किसी बीमारी की ओर संकेत करता है। ऐसे में समय रहते व्यक्ति को सतर्क होना बहुत जरूरी है। आइए, इस लेख के माध्यम से थकान के बारे में विस्तारपूर्वक बात करते हैं।
थकान क्या है?
जब व्यक्ति के शरीर में शारीरिक या मानसिक ऊर्जा का ह्रास होता है और उसके उत्साह में कमी होती है। इस स्थिति को थकान कहा जाता है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति का मन किसी भी तरह का काम करने में नहीं लगता। यूं तो थकान होना आम बात है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर समस्या का कारण भी हो सकता है। यदि किसी को थकान का अहसास 6 महीने या उससे अधिक समय तक रहता है। तो इस स्थिति को मेडिकल भाषा में क्रॉनिक फैटिग सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। इसलिए इसे बिना नजरअंदाज किए बिना चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें।
थकान के लक्षण-
- किसी काम को करने में मन नहीं लगना।
- ऊर्जा और उत्साह की कमी महसूस करना।
- लगातार शरीर में दर्द बने रहना।
- सिर दर्द होना।
- मांसपेशियों में दर्द या कमजोरी का अहसास होना।
- ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता महसूस करना।
- भूख में कमी होना।
- चक्कर आना।
- धुंधला दिखाई देना।
- भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना।
थकान के कारण-
वैसे तो थकान होने का कोई ज्ञात कारण आज तक शोधकर्ताओं को नहीं मिला हैं। लेकिन शोधकर्ता आज भी उन्हीं कारकों को मानते हैं जिससे थकान हो सकती है। थकान होने का कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
- शरीर में रक्त की कमी होना।
- रोग-प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना।
- शरीर में आयरन की कमी होना।
- एंटी डिप्रेशन एवं दर्द निवारक दवाइयों का अधिक उपयोग करना।
- नशीली दवाइयों या नशीले पदार्थों का सेवन करना।
- थायरॉइड की समस्या होना।
थकान के जोखिम कारक-
- मधुमेह की समस्या होने पर।
- लिवर संबंधी समस्या होने पर।
- ह्रदय संबंधी रोग होने पर।
- कुपोषण की समस्या होने पर।
थकान से बचाव-
- चिंता, तनाव और अवसाद लेने से बचें।
- अपने सोने की आदत को ठीक करें।
- गतिविधियों का स्तर बनाए रखें।
- अपने वजन को नियंत्रित रखें।
- अवसाद रोधी, दर्द निवारक और नींद की गोलियां का सेवन करने से बचें।
- प्रतिदिन अपने दिनचर्या में नियमित रूप से योग और व्यायाम को शामिल करें।
- कैफीन, नशीले पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- अपने दैनिक आहार में हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें।
थकान का परीक्षण -
थकान का परीक्षण के लिए कोई ज्ञात जांच नहीं है। इसका निदान करने से पहले चिकित्सक कई बीमारियों का परीक्षण करते हैं। ताकि पता चल सके की इसका मुख्य कारण कोई गंभीर बीमारी तो नहीं हैं। इसके परीक्षण निम्नलिखित हैं:
नींद के विकार-
थकान होने का सबसे मुख्य कारण नींद के विकार हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर सबसे पहले नींद संबंधी समस्याएं जैसे स्लीप एपनिया, अनिद्रा के आदि का परीक्षण करता है।
चिकित्सा समस्याएं-
थकान कई चिकित्सा स्थितियों जैसे एनीमिया, मधुमेह और हाइपोथायरायडिज्म के कारण हो सकती है। इसलिए डॉक्टर रोगी की शारीरिक जांच करता है।
मानसिक संबंधी समस्याएं-
थकान कई मानसिक स्थितियों जैसे चिंता, तनाव और अवसाद के कारण भी होता है। ऐसे में डॉक्टर रोगी का मानसिक परीक्षण करता है। ताकि पता लगाया जा सके क्या इसमें से किसी एक समस्या से थकान हो रही है या नहीं।
रक्त परीक्षण-
यह परीक्षण किसी भी एरिथ्रोसाइट सेडीमेंटशन रेट परीक्षण (गैर-थक्कों वाले रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का माप) का पता लगाने में मदद करते हैं। जो सूजन की अनुपस्थिति को प्रदर्शित करता है।
एंटीबाडी परीक्षण-
यह परीक्षण किसी भी प्रकार के संक्रमण की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।
थकान का इलाज-
थकान का उपचार करने के लिए निम्न तरीके अपनाए जाते हैं:
दवाइयां-
चूंकि थकान कई कारणों से होते हैं। ऐसे में इन्हें दूर करने के लिए डॉक्टर इनके लक्षण के अनुसार दवाइयां देते है। जैसे-
एंटी डिप्रेसेंट -
जो लोग तनाव या अवसाद से ग्रसित हैं। जिसके कारण उन्हें थकान से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में चिकित्सक उन लोगों को कुछ एंटी डिप्रेसेंट की खुराक देते हैं। जिससे नींद में सुधार और दर्द को दूर करने में मदद मिलती है।
नींद की गोलियां-
कुछ लोगों को अनिद्रा के कारण नींद नहीं आती है। ऐसे में डॉक्टर उन्हें नींद की गोलियां दे सकते हैं। यह मरीज को रात में बेहतर आराम पाने में सहायता करता है।
थेरेपी-
गतिक्रम बनाए रखें-
दरअसल अधिक गतिविधि के कारण व्यक्ति को थकान की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए अपनी गतिविधियों का नियमित स्तर बनाए रखें।
प्राणायाम और व्यायाम करें-
शारीरिक और मानसिक समस्याओं को सुधारने के लिए अपने दिनचर्या में रोजाना प्राणायाम और कुछ व्यायाम को शामिल करें। ऐसा करने से व्यक्ति पूरे दिन तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करता है।
थकान के घरेलू उपाय-
विटामिन सी युक्त फल-
विटामिन सी युक्त फलों का सेवन थकान आने की समस्या को ठीक करता है। यह रोग- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए अपने दैनिक जीवन में विटामिन सी युक्त संतरे, नीबू, स्ट्रॉबेरी और अन्य खट्टे फलों को शामिल करना चाहिए।
तुलसी की पत्तियों का चाय-
तुलसी के पत्तों से बने चाय का सेवन थकान को दूर करने का अच्छा उपाय है। दरअसल तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट के साथ अन्य जरुरी तत्व मौजूद होता है। यह शरीर में ऊर्जा प्रदान करता है। साथ ही शरीर की हड्डियों और मांसपेशियों को ठीक करता है। जिससे थकान की समस्या दूर होती है। इसलिए तुलसी की चाय का सेवन करना फायदेमंद होता है।
शहद-
थकान की समस्या होने पर 1-2 चम्मच शहद का सेवन फायदेमंद होता है। क्योंकि शहद में एंटी-फैटिग अर्थात थकान से बचाव का गुण पाया जाता है। जो शारीरिक या मानसिक थकान को दूर करके शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त शहद में कार्बोहाइड्रेट की प्रचूर मात्रा पाई जाती है, जो तनाव को दूर करने में कारगर होता है। ऐसे में थकान से बचने के लिए शहद को अपने नाश्ते में शामिल करना लाभदायक होता है।
हर्बल ड्रिंक का करें सेवन-
शारीरिक थकान की रोकथाम और बचाव के लिए अपने आहार में ग्रीन टी, आंवला या एलोवेरा जूस को शामिल करें। क्योंकि इनका सेवन करने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है। जिससे थकान को दूर करने में मदद मिलती है।
तरबूज का करें सेवन-
थकान को दूर करने में तरबूज का सेवन भी कारगर है क्योंकि इसमें पानी और इलेक्ट्रोलाइट की अच्छी मात्रा पाए जाते हैं। इसलिए तरबूज का सेवन करने से शरीर हाइड्रेट रहता है। जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
- लगातार अवसाद या तनाव का बना रहने पर।
- सामाजिक बदलाव जैसे मन का चिड़चिड़ा आदि होने पर।
- काम करने में असमर्थ होने पर।