यूकलिप्टस (नीलगिरी)
2022-05-24 19:02:55
यूकलिप्टस एक लंबे आकार का औसत मोटाई वाला पेड़ होता है। इसकी पत्तियां काफी लंबी और नुकीली होती हैं। इस पेड़ की सतह पर गांठे पाई जाती हैं। इस पौधे की पत्तियां काफी कोमल होती हैं। इन पत्तियों को तोड़कर तेल बनाया जाता है। जो कई तरह के रोगों के उपचार में काम आता है। समय के साथ यह तेल जितना पुराना होता रहता है इसका असर उतना ही बढ़ता रहता है। इस तेल की एक खूबी यह है कि ये केवल अल्कोहल घुलनशील होता है।
इस पेड़ के पत्तों पर लगे फूल एक कप जैसी झिल्ली के रूप के होते हैं। यह झिल्ली फूलों से फल बनने की प्रक्रिया के दौरान स्वयं ही फट कर अलग हो जाती है। इस पेड़ की एक अन्य विशेषता यह है कि इसके फल काफी कठोर होते हैं जिसके अंदर छोटे-छोटे बीज पाए जाते हैं। अब समझते हैं यूकलिप्टस या नीलगिरी के कुछ महत्वपूण उपयोगों को।
नीलगिरी के फायदे;
- नीलगिरी का तेल बालों में लगाने से बालों में चमक और ताकत आती है।
- त्वचा रोग जैसे दाद, खाज़, मुंहासों पर नीलगिरी का तेल फायदा करता है।
- यह तेल तेज बुखार के तापमान को कम करने में सबसे ज्यादा उपयोगी है। इसलिए इसको फीवर ऑयल के नाम से भी जाना जाता है।
- नीलगिरी मुंह से संबंधित परेशानियां जैसे- मसूड़ों की सूजन, दांतों में कीड़ा लगना, दांतों में दर्द होना आदि समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है।
- इसका तेल दिल की गति बढाने में मदद करता है।
- यह तेल काफी हद तक मलेरिया रोग के उपचार में भी काम में करता है।
- छाती पर इस तेल की मालिश करने से फेफड़ों की सूजन कम होती है और शरीर को क्षय रोग (टी.बी.) होने के चांस कम हो जाते है।
- गले में दर्द होने पर भी नीलगिरी के तेल का उपयोग किया जाता है।
- एंटीसेप्टिकऔर उत्तेजक औषधि के रूप में भी इस तेल का उपयोग किया जाता है।