Posted 24 May, 2022
मोरिंगा ऑयल के फायदे और नुकसान
कई औषधीय गुणों से भरपूर मोरिंगा ऑयल यानी सहजन के तेल का प्रयोग मुख्य रूप से भारत, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में किया जाता है। मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल किसी पकवान में तड़का लगाने से लेकर हेयर और स्किन केयर तक किया जा सकता है। यह तेल कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने में भी फायदेमंद साबित होता है।
क्या है मोरिंगा ऑयल?
मोरिंगा ऑयल या सहजन का तेल मोरिंगा ओलीफेरा नाम के पेड़ की फलियों के बीज से तैयार किया जाता है। यह तेल फाइटोन्यूट्रिएंट्स में प्रचुर है। जो समग्र स्वास्थ्य पर प्रभावशाली असर डालता है। सहजन तेल कई फायदों के लिए जाना जाता है। त्वचा और सौंदर्य देखभाल के लिए यह बेहद लाभप्रद तेल है। इसलिए इसका इस्तेमाल कई सौंदर्य संबंधी उत्पादों के लिए किया जाता है। औषधि के तौर पर मोरिंगा ट्री के सभी हिस्सों (सहजन पेड़ की छाल, सहजन की फलियां एवं पत्तियों) का प्रयोग किया जा सकता है। सहजन एक तरह की फली है। इसका आम इस्तेमाल सब्जी के तौर पर किया जाता है। सहजन का वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) है।
मोरिंगा ऑयल के फायदे;
मोरिंगा ऑयल के फायदों में स्वास्थ्य से लेकर बाल और त्वचा तक के फायदे शामिल हैं। आइए बात करते हैं इन फायदों के बारे में-
इम्यून सिस्टम के लिए मोरिंगा ऑयल का प्रयोग-
मोरिंगा ऑयल में मौजूद विटामिन-सी और इसके अन्य गुण तरह-तरह के रोगजनक सूक्ष्मजीवों और बीमारियों के विकास को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मोरिंगा ऑयल के औषधीय गुणों की बात करें तो इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट मुख्य रूप से पाया जाता है। जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अर्थात इम्यूनिटी को बेहतर करने में सहायता करता है।
एनर्जी लेवल सुधारने हेतु सहजन तेल का प्रयोग-
मोरिंगा ऑयल में लिपिड फैट उच्च मात्रा में होता है। जो शरीर में जाकर एनर्जी बढ़ाने का काम करता है। लिपिड को ऊर्जा का अच्छा सोर्स माना जाता है। इस तेल में फैट में घुलने वाले विटामिन्स और बायोएक्टिव जैसे फैटी एसिड मौजूद होते हैं। जो शरीर की कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इस तरह मोरिंगा ऑयल बॉडी की एनर्जी लेवल को बढ़ाने में सहायता करता है।
ब्लड प्रेशर के लिए मोरिंगा ऑयल-
मोरिंगा ऑयल के प्रयोग से ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है। दरअसल मोरिंगा सीड्स से तैयार किए गए तेल में फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। जो शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा को कम कर, उच्च रक्तचाप की दर को कम करने का काम करते हैं।
कोलेस्ट्रॉल मैनेजमेंट के लिए मोरिंगा ऑयल का उपयोग-
मोरिंगा ऑयल में बीटा-साइटोस्टेरॉल मौजूद होता है। जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन करने वाले रासायनिक प्रक्रिया को धीमा करके एंटी इंफ्लेमेटरी की तरह कार्य करता है। इसके अतिरिक्त मोरिंगा ऑयल में कैंप फेरोल भी होता है। जो चयापचय और कोशिकाओं के कार्य को बेहतर बनाने का काम करता है। इस तरह से सहजन तेल का सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल अर्थात एलडीएल (LDL) लेवल को कम करने में मदद करता है।
वेट लॉस के लिए मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल-
अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल प्राकृतिक रूप से वजन कम करने के लिए किया जाता है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार मोरिंगा सीड्स में एंटी-ओबेसिटी और एंटी-डायबिटिक बायोएक्टिव गुण होते हैं। जो शरीर में लिवर ग्लुकोनियोजेनेसिस और इंसुलिन रिलीज की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। जो प्रत्यक्ष रूप से मोटापे और टाइप 2 मधुमेह की रोक और इलाज के लिए एक प्रभावी विकल्प है।
डैंड्रफ के लिए सहजन तेल का प्रयोग-
मोरिंगा ऑयल में विटामिन-सी के अलावा ओलिक एसिड की भी उच्च मात्रा होती है। यही वजह है कि इसका प्रयोग मलहम बनाने के लिए किया जाता है। त्वचा के साथ खोपड़ी (स्कैल्प) को साफ रखने के लिए मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल क्लींजिंग एजेंट की तरह किया जाता है। मोरिंगा ऑयल का प्रयोग बालों की सेहत को सुधारने, दोमुंहे बालों की समस्या से छुटकारा पाने और एंटी-डैंड्रफ के रूप में किया जाता है।
ड्राई स्किन को हाइड्रेट करने के लिए मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल-
मोरिंगा ऑयल में ओलिक एसिड पाया जाता है। जो क्लींजिंग एजेंट के रूप में ड्राई स्किन को मॉइस्चराइज करने में मदद करता है। सहजन के तेल में विटामिन-ए, विटामिन-ई और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो बेजान और रूखी त्वचा को मुलायम बनाते हैं। इसके अतिरिक्त मोरिंगा ऑयल में एंटीपीलेप्टिक, एंटीहाइपरटेन्सिव और एंटीफंगल जैसे गुण भी पाए जाते है। जो त्वचा की पूर्ण देखभाल करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर मोरिंगा ऑयल के फायदे-
सहजन की पत्तियों और फलियों की तरह इसके तेल में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है। जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर इससे संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करने का काम करता है। इसके अतिरिक्त मोरिंगा ऑयल फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर को होने वाले नुकसान को रोकने और उसकी प्रक्रिया को मंदा (Slow) करने में सहायता करता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी के तौर पर मोरिंगा ऑयल का प्रयोग-
सहजन के तेल में जेइटिन (Zeatin) होता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। जो शरीर की सूजन को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। एनसीबीआई के शोध अनुसार मोरिंगा ऑयल से गठिया और जोड़ों से संबंधित दर्द और सूजन में काफी हद तक राहत मिलती है।
एंटी-एजिंग के लिए मोरिंगा ऑयल का उपयोग-
मोरिंगा ऑयल में विटामिन-ई की अधिक मात्रा होती है। जो स्किन को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाने और त्वचा के कोलेजन निर्माण में सुधार करके दमकती त्वचा (ग्लोइंग स्किन) देने का काम करती है। इसके अलावा सहजन तेल में टोकोफेरॉल का स्तर उच्च होता है। जिस कारण इसका प्रयोग कई प्रकार के स्किन केयर प्रोडक्ट्स में किया जाता है।
कैसे करें मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल?
मोरिंगा ऑयल दिखने में पीले रंग का होता है और स्वाद में मूंगफली तेल की तरह। मोरिंगा ऑयल में 36.7% ट्रायोलिन होता है। जो मुख्य ट्राईसाई ग्लिसरॉल के रूप में होता है। इसलिए सहजन तेल का इस्तेमाल कई रूपों में किया जा सकता है, जोकि निम्नलिखित हैं:-
- ब्यूटी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के तौर पर मोरिंगा ऑयल का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। बाजार में मोरिंगा ऑयल से बने साबुन, क्रीम, लोशन, इत्र, स्क्रब, तेल आदि प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं।
- मोरिंगा ऑयल को कुकिंग ऑयल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इस तेल को सैलेड गार्निश के रूप में भी प्रयोग में लाया जा सकता है।
- मोरिंगा ऑयल का प्रयोग खाद्य तेल के अलावा हेयर ऑयल और हेयर केयर प्रोडक्ट्स के रूप में भी किया जा सकता है।
- चिकित्सक की सलाह पर सहजन तेल को सप्लीमेंट्स के रूप भी प्रयोग में ला सकते हैं।
मोरिंगा ऑयल के नुकसान-
- जैसा कि ऊपर बताया है कि मोरिंगा ऑयल हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है। इसलिए लो ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे लोगों को इसके प्रयोग से बचना चाहिए।
- जिन संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को कॉस्मेटिक से जल्दी एलर्जी होती है। उन्हें मोरिंगा ऑयल से परहेज रखना चाहिए। क्योंकि ऐसे लोगों को मोरिंगा ऑयल के प्रयोग से त्वचा में जलन और खुजली की दिक्कत हो सकती है।
- मोरिंगा ऑयल में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा होती है। इसलिए इसका अधिक सेवन करना वजन बढ़ाने का मुख्य कारण हो सकता है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को, गर्भवती महिलाओं को और गर्भवती होने के बारे में सोच रहीं महिलाओं को मोरिंगा ऑयल का उपयोग चिकित्सक के परामर्शानुसार ही करना चाहिए।