Posted 24 July, 2023
सोयाबीन के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ और उपयोग
सोयाबीन एक तरह की दाल है। जिसके बीजों का सेवन किया जाता है। इसके बीज देखने में क्रीम रंग के लगते हैं। इसका उपयोग खाने और तेल निकालने के लिए किया जाता है। सोयाबीन पेड़-पौधों से मिलने वाले प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत होता है। जो शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखने का काम करता है । इसके अलावा सोयाबीन में एंटीऑक्सीडेंट और खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं। इन्हीं गुणों के कारण चिकित्सक शाकाहारी लोगों को इसे अपने आहार में अवश्य शामिल करने की सलाह देते है ।
सोयाबीन में मौजूद पौष्टिक तत्व-
सोयाबीन में उच्च स्तर का प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, लोहा, मैंगनीज, फास्फोरस, तांबा, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता और कैल्शियम होता है। साथ ही इसमें विटामिन के, बी2, बी9, बी6, बी1 और विटामिन सी होते हैं। इसके अतिरिक्त सोयाबीन में आइसोफ्लेवोन्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। यह सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं।
सोयाबीन के फायदे-
मधुमेह के लिए फायदेमंद-
सोयाबीन में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो मधुमेह की समस्या में हितकारी होते हैं। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, वसा और एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों के प्रभाव को रोकने वाला) गुण संयुक्त रूप से बढ़े हुए ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह शरीर में इंसुलिन रिसेप्टर्स को बढ़ाने में सक्षम हैं। जिससे मधुमेह का प्रभावी ढंग से इलाज करने में मदद मिलती है।
रक्त परिसंचरण में सुधार करने में सहायक-
सोयाबीन में आयरन और कॉपर होता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण घटक हैं। इस प्रकार सोयाबीन रक्त परिसंचरण को प्रभावी ढंग से सुधारने में सहायता करता है।
पाचन के लिए फायदेमंद-
सोयाबीन में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो भोजन को पचाने में मदद करता है। यह पाचक रस (डाइजेस्टिव जूस) को उत्तेजित कर पाचन क्रिया में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है। जिससे शरीर के पाचन तंत्र के कार्य में सुधार होता है।
हड्डियों के स्वास्थ्य में लाभदायक-
सोयाबीन में कैल्शियम और मैंगनीज की उच्च मात्रा के साथ-साथ मैग्नीशियम, सेलेनियम, तांबा और जस्ता की प्रभावशाली मात्रा होती है। यह सभी खनिज स्वस्थ हड्डियों के विकास के लिए बेहद जरुरी हैं।
गर्भावस्था में उपयोगी-
सोयाबीन में फोलिक एसिड होता है। फोलिक एसिड शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोषों की रोकथाम में मदद करता है। साथ ही इसमें पाए जाने वाले कैल्शियम और मैग्नीशियम गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और भ्रूण की हड्डियों के विकास में मदद करते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए सोयाबीन का सेवन बहुत लाभकारी होता है।
मस्तिष्क संबंधी विकारों में लाभप्रद-
मस्तिष्क से जुड़ी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने और उसकी सक्रियता को बनाए रखने के लिए सोयाबीन का सेवन करना अच्छा होता है। सोयाबीन में फॉस्फोरस नामक जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह मस्तिष्क से जुड़ीं परेशानिया अनिद्रा, मिर्गी, याददाश्त कमजोर होना आदि में लाभप्रद होता है। इसके अलावा सोयाबीन में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो मस्तिष्क के रक्त प्रवाह में सहायक और मस्तिष्क की चोट को जल्दी ठीक करने में कारगर साबित होता है। साथ ही मैग्नीशियम नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। इसलिए सोयाबीन को स्वस्थ दिमाग के लिए अच्छा माना जाता है।
त्वचा और बालों के लिए-
त्वचा और बालों को स्वस्थ्य रखने के लिए विटामिन सी जरुरी होता है। विटामिन सी से बाल मोटे, घने और स्वस्थ्य बनते हैं। साथ ही विटामिन सी त्वचा को चमक प्रदान करने का काम करता है। यह सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों से भी बचाता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट का प्रयोग त्वचा संबंधित कई रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा सोयाबीन में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट त्वचा के साथ बालों की स्थिति को भी बेहतर बनाता है।
श्रवण हानि को रोकने में मददगार-
सोयाबीन प्रोटीन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है जो कोशिकाओं के विकास में सहायक होता है। साथ ही यह स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं और कान में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है।
वजन बढ़ाने में सहायक-
सोयाबीन में मौजूद आवश्यक पोषक तत्व मांसपेशियों के निर्माण में सहायक होता है। इस प्रकार यह वजन बढ़ाने में सहायक होता है। इसके अलावा सोयाबीन में मौजूद प्रोटीन एवं फाइबर वसा के जमाव को रोककर चयापचय में सुधार करता है। जिससे यह भूख के अहसास को कम करके, अन हेल्दी फैट को कम करने में भी मदद करता है।
कैंसर से बचाव करने में सहायक-
सोयाबीन में एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति इसे एक आदर्श भोजन बनाती है जो कई प्रकार के कैंसर से बचाव या रोकथाम करने में मदद करते हैं। यह शरीर से मुक्त कणों को हटाता है। साथ ही उन कोशिकाओं को मारता है, जो कैंसर पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
सोयाबीन के उपयोग-
- सोयाबीन के बीजों का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है।
- इसके बीजों को अंकुरित करके सेवन किया जाता है।
- सोयाबीन से बडी और सोयाबीन दूध से टोफू बनाकर सेवन कर सकते हैं।
- सोयाबीन के बीज से तेल निकालकर सब्जी बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- सोयाबीन से बने सूप और क्रीम का सेवन किया जाता है।
सोयाबीन के नुकसान-
- सोयाबीन के उपयोग से एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- चूंकि सोयाबीन में फाइटो एस्ट्रोजन पाया जाता है। इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी आ सकती है।
- सोयाबीन का अधिक मात्रा में सेवन यौन क्षमता (सेक्स पॉवर) को प्रभावित करता है।
- इसका अधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
सोयाबीन कहां पाए जाते हैं?
भारत में सोयाबीन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में उगाए जाते हैं।