जानें, खजूर के स्वास्थ्य लाभों के बारे में
2022-03-17 11:24:12
ड्राई फ्रूट्स को स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याओं को कम करने के लिए अच्छा माना जाता हैं। क्योंकि यह पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट में किसी भी तरह का रासायनिक भी नहीं होता है। इस वजह से ड्राई फ्रूट या सूखे मेवे का सेवन करना और भी अच्छा माना जाता है। इन खास सूखे फल में से एक खजूर भी है। जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। यह किसी भी किराने की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। कई लोग खजूर यानि डेट्स का सेवन दूध के साथ करते हैं। यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रकार की बीमारियों को दूर रखने में कारगर साबित होता है।
क्या है खजूर?
वैसे तो फ्रूट्स हर किसी को पंसद होते हैं। लेकिन जब बात खजूर की होती है, तो दिमाग में लंबे बेलनाकार लाल रंग की छवि दिखाई देती है। जिसका नेचुरल मीठापन इसे और खास बनाता है। खजूर को एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ माना जाता है। इसे अंग्रेजी में डेट्स, अरबी में तवारी एवं फ्रेंच में पामियर के नाम से जाना जाता है। खजूर ताड़ यानी पाल्म ट्री प्रजाति के पेड़ का माना जाता है। यह काफी ऊंचा और इसकी पत्तियां लगभग 4-6 मीटर लंबी होती हैं। इसका वैज्ञानिक नाम फीनिक्स डेक्टाइलीफेरा (Phoenix Dactylifera) है।
खजूर में मौजूद पौष्टिक तत्व
खजूर कई पौष्टिक तत्वों और खनिजों से भरपूर होता हैं। जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, जिंक, प्रोटीन, विटामिन आदि शामिल हैं। इसके अलावा खजूर में पानी, ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फाइबर और फैटी एसिड्स भी मौजूद होते हैं। यह सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं। खजूर का फल एवं मेवा दोनों रुपों में सेवन किया जा सकता है।
खजूर के प्रकार-
वैसे खजूर कई प्रकार के होते हैं। लेकिन कुछ महत्वपूर्ण प्रकार निम्नलिखित हैं;
अजवा
खजूर का यह प्रकार काफी प्रसिद्ध है और यह अरब देश में पाया जाता है। इस प्रकार का खजूर स्वाद के अलावा काफी सेहतमंद होता है। यह खजूर अन्य खजूर की अपेक्षा छोटा होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस खजूर को खाने के बाद मुंह से गुलाब की खुशबू आती है।
डेगलेट नूर
डेगलेट नूर ट्यूनीशिया एवं अल्जीरिया खजूर की सबसे अच्छी किस्मों में से प्रमुख है। जो थोड़ा सूखा और कम मीठा होता है। यह कई पौष्टिक तत्वों से समृद्ध होता है। इस प्रकार के खजूर का इस्तेमाल ज्यादातर भोजन में किया जाता है।
मेडजूल
इस प्रकार की खजूर मुख्य रूप से मोरक्को में पाई जाती है। मेडजूल का स्वाद टॉफी की तरह होता है। मेडजूल को सबसे पौष्टिक भी माना जाता है।
हल्लवी
इस प्रकार का खजूर ताजा खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। यह प्रजाति इराक से ताल्लुक रखती है। यह अन्य खजूरों के मुकाबले बेहद मीठा और आकार में छोटा होता है।
बरही
इस तरह के खजूर सुनहरे पीले रंग के होते हैं। बरही खजूर अपने अलग स्वाद के लिए जाना जाता है। इस खजूर में ज्यादा गूदा होता है। इस कारण यह अन्य खजूरों के मुकाबले थोड़ा मोटा और मुलायम होता है।
हयानी
हयानी खजूर मुलायम और गहरे लाल रंग का होता है। इस तरह के खजूर को ताजा ही खाना चाहिए। क्योंकि यह पकने या ड्राई होने तक खराब हो जाता है।
खदरावई-
इस किस्म का खजूर इराक में पाया जाता है। जिनके पेड़ अन्य खजूरों के मुकाबले छोटे होते हैं। इसको सूखे खजूर यानी छूआरे और ताजे फल दोनों तरह से खाया जा सकता है।
खजूर के फायदे:
डायबिटीज के लिए
मैग्नीशियम मधुमेह के लिए अच्छा होता है। चूंकि खजूर को मैग्नीशियम का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज को नियंत्रित करने में मदद करता है। परिणामस्वरूप डायबिटीज नियंत्रित होने लगती है।
वजन को कम करने के लिए
खजूर में विटामिन सी एवं फाइबर होता है। जो मोटापे को कम करने में मदद करता है। दरअसल डेट्स में मौजूद विटामिन सी वसा के जमाव को रोककर चयापचय में सुधार करता है। इसलिए वजन कम करने के लिए हमें नियमित रूप से खजूर यानी डेट्स का सेवन करना चाहिए।
हड्डियों के विकास के लिए
खजूर में कैल्शियम और मैग्नीशियम एवं विटामिन की उच्च मात्रा पायी जाती है। जो हड्डियों के विकास में सहायता कर, ऑस्टियोपोरोसिस (कमजोर और नाजुक हड्डियों) की बीमारी को रोकने में मदद करती हैं। इसलिए हड्डियों के विकास के लिए खजूर को अच्छा माना जाता है।
ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रण
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में खजूर को शामिल करना बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि यह मैग्नीशियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर होता है। जो ह्रदय और रक्त वाहिकाओं की मांसपेशियों को आराम देता है। इसलिए डेट्स का उपयोग करके ब्लड प्रेशर से बचा जा सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
खजूर फाइबर और कई तरह के विटामिन से समृद्ध है। यह शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो संक्रमण से लड़ने में सहायक होते हैं। साथ ही यह शरीर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसी सुरक्षा कवच को इम्यूनिटी कहा जाता है। इस प्रकार रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने से छोटी-मोटी बीमारियां जैसे सर्दी-जुकाम, फ्लू आदि नहीं होते।
हृदय के लिए फायदेमंद
हृदय को स्वस्थ रखने में खजूर बहुत लाभप्रद होता है। खजूर में अच्छी मात्रा में आयरन और विटामिन ए पाया जाता है। जो दिल की धामियों को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। इसलिए प्रतिदिन खजूर का सेवन करने से हृदय सम्बंधित तमाम परेशनियां जैसे अनियमित दिल का धड़कना और हार्ट ब्लॉकेज आदि का खतरा कम हो जाता है।
पाचन के लिए फायदेमंद
डेट्स पाचन और गैस जैसी पेट की समस्या के लिए लाभकारी होता है। यह डाइजेस्टिव जूस को उत्तेजित कर पाचन क्रिया में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है। जिससे शरीर के पाचन तंत्र के कार्य में सुधार होता है।
स्वस्थ्य दिमाग के लिए फायदेमंद
दिमाग से जुड़ी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने एवं उसकी सक्रियता को मेंटेन करने के लिए खजूर का सेवन अच्छा होता है। खजूर में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो मस्तिष्क के रक्त प्रवाह में सहायक और मस्तिष्क की चोट को जल्दी ठीक करने में मददगार साबित होता है। साथ ही मैग्नीशियम में कुछ एंटीडिप्रेसेंट गुण भी होते हैं। जो अवसाद और तनाव को दूर करने में मदद करते हैं। इसलिए खजूर को स्वस्थ दिमाग के लिए अच्छा माना जाता है।
रक्त के लिए
खजूर आयरन का अच्छा स्रोत है। जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर, शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा आयरन रेड ब्लड सेल्स निर्माण को बढ़ाकर एनीमिया जैसे रक्त विकार को दूर करने में भी मदद करता है।
आंत संबंधी विकार के लिए
खजूर के कई फायदे होते हैं। दरअसल इसमें मौजूद फाइबर आंतों और पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसके अलावा इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स आंतों में फैलने वाले बैक्टीरिया का खात्मा करता है। साथ ही आंतों को स्वस्थ बनाने में भी मदद करता है।
गर्भावस्था के लिए
खजूर में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो प्रेग्नेंट महिला के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इसमें पाए जाने वाले कैल्शियम और मैग्नीशियम गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और भ्रूण की हड्डियों के विकास में मदद करते हैं। इसके अलावा मैग्नीशियम जन्म के समय शिशु के वजन में होने वाली कमी और गर्भवती के बढ़ते रक्तचाप को रोकने में भी मदद करता है।
स्वस्थ्य त्वचा बनाए रखनें में
खजूर विटामिन-सी और डी से समृद्ध है। इसलिए यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। खजूर के बीज के अर्क में फाइटोहार्मोन पाया जाता है। जो एंटी-एजिंग की तरह काम करता है। इसलिए खजूर को एंटी-एजिंग तत्वों से भी भरपूर माना जाता है।
खजूर का उपयोग
- खजूर को ड्राई फ्रूट्स के तौर पर सीधे खाया जाता है।
- खजूर को प्राकृतिक मिठास के लिए ब्रेकफास्ट में इस्तेमाल किया जाता है।
- आइस क्रीम पर डेट्स के टुकड़े डालकर खाना एक अच्छा ऑप्शन रहता है।
- खजूर का इस्तेमाल सलाद, स्मूदी, मिल्क शेक आदि के साथ भी किया जाता है।
- सूखे हुए खजूर को पानी में भिगोकर खाया जाता है।
- खजूर का जूस बनाकर भी पीया जा सकता है।
खजूर के नुकसान
- खजूर में उच्च मात्रा में कैलोरी होती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है।
- खजूर फाइबर से समृद्ध होता है। इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन करना कब्ज और गैस की समस्या पैदा कर सकता है।
- खजूर प्रकृति से चिपचिपा होता है। इसलिए इसे खाने से यह दांतों में चिपक जाता है। जिससे यह दांतों की परेशानी बढ़ा सकता है।
- छोटे बच्चों को खजूर का सेवन न कराएं। क्योंकि यह मोटा और सख्त होता है। जबकि बच्चों की आंतें पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं। इसलिए वह इसे आसानी से पचा नहीं पाते।
- खजूर में पोटेशियम की उच्च मात्रा पायी जाती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से दिल का धड़कना अचानक बंद भी हो सकता है और किडनी भी खराब हो सकती है।