जानें, मुंह सूखने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
2022-05-24 12:29:29
प्यास की वजह से मुंह का सूखना आम बात है। लेकिन मुंह का बार-बार और लगातार सूखना शरीर की किसी समस्या का संकेत देता है। आमतौर पर मुंह सूखने का वैज्ञानिक कारण मुंह में लार बनने की प्रक्रिया का धीमा होना है। जिसकी मुख्य वजह शरीर में पानी की कमी होना, भूखे रहना एवं पानी में फ्लोराइड की मात्रा की कमी होना आदि होती है। यह सभी लक्षण मुंह सूखने (Dry mouth) की ओर संकेत करते हैं। यह समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार आजकल लगभर हर छठा व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है। इसलिए इसे आम समस्या समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से इसके कई दुष्परिणाम देखे जा सकते हैं।
क्या होता है मुंह का सूखना?
मुंह सूखने की समस्या को मेडिकल की भाषा में जेरोस्टोमिया (Xerostomia) के नाम से जानते है। जब मुंह में लार ग्रंथियां (Salivary glands) लार बनाना बंद कर देती है, तो इस स्थिति में मुंह सूखने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। मुंह में बनने वाली यह लार दातों के जीवाणुओं द्वारा बनाए गए एसिड को खत्म करती है। जिससे दांतों में कीड़े नहीं लगते और लार की वजह से भोजन को आसानी से चबाने और निगलने में मदद मिलती है। अतः मुंह सूखने की समस्या होने पर व्यक्ति को भोजन करने में भी दिक्कत होती है।
मुहं सूखने के लक्षण
- मुंह और गले में खुश्की रहना।
- लार (saliva) का काफी गाढ़ा होना।
- मुंह से दुर्गंध आना।
- भोजन को चबाने एवं निगलने में कठिनाई होना।
- भोजन का स्वाद पता न चलना या फीका पड़ना।
- भोजन करने की इच्छा न होना।
- बार-बार दांतों में कीड़े लगना।
- मसूड़ों में खुजली और इससे संबंधित विकार होना।
मुहं सूखने के कारण
मुंह सूखने के पीछे कई कारण होते हैं। जिनमें प्रमुख कारण निम्नलिखित है :-
किसी दवाई का दुष्प्रभाव होना
बीमार होने पर डॉक्टर हमें कुछ दवाईयां देते हैं। जो हमें ठीक होने में सहायता करती हैं। लेकिन साथ में इन दवाईयों के कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। जिसके कारण मुंह सूखने जैसी कई शारीरिक समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती हैं। इसके अलावा बिना डॉक्टर के परामर्श लिए हम और आप कुछ आम दवाईयों का सेवन करते हैं तो उनसे भी मुंह सूखने की समस्या अधिक होती है। एलर्जी ठीक करने वाली दवाइयां, डिप्रेशन, चिंता, नसों एवं मांसपेशियों के दर्द ठीक करने वाली दवाइयां आदि मुंह सूखने का कारण बनती है।
बढ़ती उम्र
मुंह सूखने के सबसे बड़े कारणों में से एक बढ़ती उम्र का होना भी होता है। यह समस्या ज्यादातर बुजुर्गों में देखने को मिलती है। हालांकि बुजुर्ग लोग अधिक दवाइयों का उपयोग करते हैं। जिनसे मुंह सूखने की समस्या हो सकती है।
तंत्रिकाओं को हानि पहुंचना
किसी व्यक्ति के सिर या गर्दन के किसी हिस्सों में चोट या सर्जरी होने से तंत्रिकाओं को हानि पहुंचती है। जिससे मुंह सूखने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
कैंसर थेरेपी
कीमो थेरेपी ड्रग्स लार के प्रकार और उसके बनने की मात्रा को बदल सकते हैं। इसके अलावा रेडिएशन से इलाज करने पर गर्दन एवं सिर में उपस्थित लार ग्रंथियों को हानि पहुंचती है। जिससे लार बनने की मात्रा घट जाती है।
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन
धूम्रपान करने और तंबाकू का सेवन करने से मुंह सूखने की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
मेटामफेटामीन
यह एक तरह का नशीला पदार्थ (ड्रग) होता है। जिसके सेवन से मुंह सूखने के लक्षण नजर आते हैं। इस अवस्था को मेथ माउथ (meth mouth) भी कहा जाता है।
मुहं सूखने के अन्य कारक
- डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) होने पर।
- पेट में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर।
- अनियमित दिनचर्या होने पर।
- भूखे रहने पर।
- देर रात तक जागने या कई दिनों तक नींद न आने पर।
- लार के निर्माण करने वाली नसों में इंजरी होने पर।
- शरीर में किसी तरह का संक्रमण एवं ट्यूमर होने पर।
- ऑटोइम्यून की समस्या, मधुमेह, पार्किंसंस रोग, एड्स एवं अल्जाइमर बीमारी जैसी स्वास्थ्य समस्याएं होने पर।
मुंह सूखने से बचने के लिए बरतें यह सावधानियां
- तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें।
- ताजे फलों एवं सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
- ऐसे फलों एवं सब्जियों का सेवन करें जिसमें जलीय अंश अधिक हो जैसे तरबूज, ककड़ी खीरा इत्यादि।
- चाय एवं काफी का सेवन कम से कम करें।
- मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखें।
- भोजन के पश्चात दांतों की अच्छी से सफाई करें।
- भोजन को चबाकर खाएं और बीच-बीच में थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहे। ताकि मुंह सूखने की समस्या न हो सके।
- चिंता, तनाव और अवसाद से दूर रहे।
- धूम्रपान, तंबाकू एवं नशीली पदार्थों का सेवन कतई न करें।
- प्रतिदिन सुबह टहलें और नियमित रूप से व्यायाम करें।
मुंह सूखने के घरेलू उपाय
मुंह सूखने के इलाज में फायदेमंद है लाल मिर्च
लाल मिर्च ड्राई माउथ के लिए अच्छा घरेलू उपचार है। इसके लिए लाल मिर्च के पाउडर को सूप या सलाद में डालकर सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा लाल मिर्च पाउडर को अंगुली के माध्यम से जीभ पर लगाएं। ऐसा करने से कुछ समय तक जीभ जलती है। लेकिन हमारी लार ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं।
सौंफ है फायदेमंद
मुंह सूखने के इलाज में सौंफ का सेवन बेहतर होता है। दरअसल,सौंफ में फ्लेवनॉयड्स पाए जाते हैं, जो लार के उत्पादन में मदद करते हैं। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ एवं मिश्री डालकर उबालें। अब इस मिश्रण को ठंडा करके पीएं। ऐसा करने से मुंह के सूखेपन में लाभ मिलता है।
नींबू और शहद है कारगर
मुंह के सूखेपन के इलाज में नींबू और शहद को कारगर उपाय माना जाता है। इसके लिए एक गिलास पानी में नींबू के रस की कुछ बूंदे एवं एक चम्मच शहद लेकर अच्छे से मिलाएं। अब इस मिश्रण को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पूरे दिन पीते रहें। ऐसा करने से मुंह में लार बनती है और मुंह नहीं सूखता है।
अदरक है लाभप्रद
अदरक मुंह के सूखेपन के लिए लाभप्रद होता है। इस पर किए गए एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, अदरक का उपयोग जेरोस्टोमिया के लक्षण को दूर करने के लिए किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से जिंगिबर ऑफिसिनेल पाया जाता है, जो लार के उत्पादन को उत्तेजित करता है। इससे मुंह सूखने की समस्या कुछ हद तक कम हो जाती है। इसके लिए अदरक का एक छोटा टुकड़े को मुंह में लेकर चबाएं।
दालचीनी है कारगर
दालचीनी में लार उत्पादन की क्षमता होती है। इसलिए इसका प्रयोग करने से मुंह की सूखेपन की समस्या से छुटकारा मिलती है। इसके लिए दालचीनी के एक टुकड़े को मुंह में रखकर चबाएं।
बेकिंग सोडा का मिश्रण है लाभदायक
मुंह के सूखेपन के उपचार में बेकिंग सोडा का इस्तेमाल अच्छा उपाय माना जाता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चौथाई चम्मच बेकिंग सोडा, एक-एक चम्मच नमक और शक्कर एवं नींबू के रस की कुछ बूंदों को मिलाकर पीएं। ऐसा करने से डिहाइड्रेशन ( निर्जलीकरण) नहीं होता और मुँह सूखने की समस्या से छुटकारा मिलती है।