जानें, आयुर्वेद में मुनक्का के फायदे और महत्व
2022-05-24 12:01:11
अंगूर को विशेष तरीके से सुखाकर मुनक्का तैयार किया जाता है। यह एक प्रकार का मेवा है, जो दो रंग के होते हैं। पहला लाल मुनक्का और दूसरा काला मुनक्का। अंगूर के सभी गुण इसमें पाए जाते हैं। इस मेवे में खूब विटामिन, फाइबर और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जिनमें भरपूर औषधीय गुण पाए जाते हैं। मुनक्का खाने से पाचन क्रिया दुरुश्त रहती है और कोलेस्ट्रॉल कम होता है। साथ ही मुनक्का के सेवन से दिल दुरुस्त रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अपने डाइट में मुनक्का को शामिल करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। इसलिए आयुर्वेद में मुनक्का को सेहत के लिए अच्छा माना गया है।
आयुर्वेद में मुनक्का का महत्व-
आयुर्वेद के अनुसार इसकी तासीर गर्म होती है। मुनक्का में विटामिन ए, सी, बी6, फोलेट के अलावा कई प्रकार के मिनरल्स जैसे पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और सेलेनियम भी पाए जाते हैं। जो हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इनका सेवन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इस रूप में मुनक्का हृदय संबंधित रोग और अन्य बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है। इसका मुख्य घटक रेस्वेराट्रोल (resveratrol) यानी एक प्रकार का पॉलीफेनोल है। जो मानव रोगों में विभिन्न औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसी वजह से मुनक्का को आयुर्वेद में स्वास्थ्य और सौंदर्य का खजाना बताया गया है।
मुनक्का के फायदे-
कब्ज को दूर करने में सहायक-
गलत खान-पान की वजह से कई लोग कब्ज से परेशान हैं। इससे निजात पाने के लिए फाइबर युक्त डाइट जरूर लेनी चाहिए । वहीं, मुनक्का में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। जो कब्ज की परेशानी को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकती है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर जठरांत्र (Gastrointestinal) मार्ग से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इससे राहत पाने के लिए सुबह खाली पेट10 मुनक्का को दूध में उबालकर पिएं। ऐसा कम से कम एक हफ़्तों तक करने से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है।
दातों के लिए फायदेमंद-
मुनक्का का सेवन दातों के लिए लाभकारी होता है। इसमें ओलेनोलिक एसिड पाया जाता है, जो एक तरह का फाइटोकेमिकल होता है। यह सभी प्रकार के दंत एवं मुंह से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। इसके लिए मुनक्का को रात में पानी में भिगोकर रख दें। उसके बाद अगले सुबह इस मुनक्के को खाली पेट सेवन करें। ऐसा करने से मुंह की बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।
अनिद्रा को दूर करने में मददगार-
मुनक्का का सेवन अनिद्रा (नींद न आना) को दूर करने में मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व नींद के समस्या को ठीक करते हैं। इसके लिए रात को बिस्तर पर जाने से पहले मुनक्का को दूध में उबालकर सेवन करें। ऐसा करने से यह मस्तिष्क को शांत करती है। साथ ही अच्छी नींद आती है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक-
मुनक्का हृदय को स्वस्थ रखने में बेहद लाभदायक होता है। इसमें विविध प्रकार के फायटोन्यूट्रियन्ट्स पाए जाते हैं। जो हृदय प्रणाली की रक्षा करने में सक्षम होते हैं। यह हृदय पर ऑक्सीडेशन से होने वाली क्षति पर रोक लगा कर हृदय रोगों को बढ़ने से पहले ही रोक देते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने का काम करता है। जो एक स्वथ्य हृदय के लिए बहुत जरूरी होता है।
ब्लड प्रेशर के लिए-
मुनक्का रक्तचाप सामान्य करने में अहम भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद गामा-लिनोलेइक एसिड, जो एक प्रकार का एंटी- इंफ्लामेंटरी फैटी एसिड है। जिसका मुख्य काम नसों को आराम पहुंचाने का होता है। इसके अलावा मुनक्का में पोटैशियम की उच्च मात्रा होती है, जो उच्च रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने में मदद करती है। जिससे शरीर में रक्तचाप सामान्य बना रहता है।
इम्यूनिटी के लिए लाभप्रद-
मुनक्का रोग-प्रतिरोधक (इम्युनिटी) बढ़ाने के लिए लाभप्रद है। दरअसल, मुनक्का में अच्छी मात्रा में विटामिन और खनिज होता है। जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए मुनक्का को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
कैंसर से बचाव में असरदार-
मुनक्का एंटी ऑक्सीडेंट एवं फायटोकैमिकल्स से भरपूर है। इसलिए यह कैंसर को शरीर पर कब्जा करने एवं ट्यूमर के विकास को रोकता है। साथ ही कैंसर की कोशिकाओं (cancer cells) को नष्ट भी करता है। मुनक्का स्तन के कैंसर को रोकने में विशेष रूप से फायदेमंद है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में कारगर-
मुनक्का मिनरल्स एवं फायटोकैमिकल्स का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, ऑस्टियोपोरोसिस और रूमेटोइड गठिया जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। इसमें कैल्शियम और पोटैशियम भी निहित होते हैं। जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें पाए जाने वाला प्रोएंथोस्यानिडींस (proanthocyanidins) नामक पॉलीफेनोल हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके अलावा मुनक्का का सेवन शरीर में सूजन और मुक्त कणों के उत्पादन को भी रोकता है। जो हड्डियों को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।
आंखो के लिए फायदेमंद-
आंखों के रोशनी के लिए मुनक्का का सेवन लाभकारी होता है। क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन जैसे पॉलीफेनोलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। जो दृष्टि को कमजोर करने वाली मुक्त कणों को कम करके आंखों की रक्षा करने में मदद करते हैं। जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती हैं। इसके अलावा नियमित रूप से मुनक्का का सेवन करने से आंखों की कमजोरी, मांसपेशियों की क्षति एवं मोतियाबिंद जैसीबिमारियों से बचाव होता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद-
मुनक्का का सेवन त्वचा के लिए बेहद अच्छा होता है। यह त्वचा की सेहत का ध्यान रखने का काम करता है। इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट और रेस्वेराट्रॉल (Resveratrol) त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करता है। यह त्वचा की कोशिकाओं की रक्षा करता है। साथ ही यह फ्री रेडिकल्स से होने वाली नुकसान से बचाता है। इस प्रकार यह त्वचा को स्वस्थ्य और सुंदर बनाए रखता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए और ई त्वचा के बाहरी परत में नई कोशिकाओं के विकास में सहायक होती है।
बालों के लिए फायदेमंद-
मुनक्का एक पौष्टिक मेवा हैं। जिसका सेवन बालों के लिए हितकारी होता हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व बालों को स्वस्थ्य बनाने और उन्हें मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन ई बालों को जरूरी पोषण देता है। साथ ही बालों के विकास को भी बढ़ावा देने का काम करता है। इसके अलावा मुनक्का में मौजूद विटामिन सी बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखता है।
मुनक्का के उपयोग-
- मुनक्का का उपयोग दूध में उबालकर सेवन किया जाता है।
- इसका उपयोग रात को पानी में भिगोकर अगली सुबह सेवन किया जाता है।
- मुनक्का का उपयोग आइसक्रीम या फालूदा के रूप में किया जाता है।
- मिठाई या लड्डू के रूप में मुनक्का का उपयोग किया जाता है।
मुनक्का के नुकसान-
- इसके अधिक सेवन से कैलोरी की मात्रा अधिक हो जाती है। जिससे शरीर की वजन बढ़ा सकता है।
- मुनक्का में ट्राइग्लिसराइड की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसका अधिक सेवन ह्रदय रोग, फैटी लिवर और मधुमेह का कारण बन सकता है।
- जिन लोगों को मुनक्का से एलर्जी है। ऐसे लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
- कुछ लोगों को मुनक्के की अधिक मात्रा में सेवन करने से उल्टी, दस्त एवं बुखार की समस्या हो सकती है।