जानें, कोकम के औषधीय महत्व, फायदे एवं उपयोग
2022-05-24 12:26:54
भारत में कई तरह के विशेष फल पाए जाते हैं। इन्हीं फलों में से एक फल कोकम भी है। जिसका वैज्ञानिक नाम गार्सिनिया इंडिका (Garcinia Indica) है। कोकम फल देखने में सेब जैसे नजर आते हैं और अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए काफी लोकप्रिय है। शरीर का वजन कम करने, पाचन तंत्र को मजबूत बनाने, सौंदर्य को बढ़ाने और तमाम बीमारियों को ठीक करने के लिए इस फल को फायदेमंद माना जाता है। ज्यादातर लोग इसका सेवन जूस, सलाद और स्मूदी के रूप में करना पसंद करते हैं।
कोकम एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल एवं एंटी वायरल गुणों से समृद्ध है। इसके अलावा यह विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत समझा जाता है। वहीं, इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, आयोडीन, नाइट्रेट, फास्फोरस, विटामिन सी, विटामिन बी1, बी2 और सोडियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो शरीर में पाचन क्रिया को बढ़ाने, स्टेमिना बढ़ाने, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, त्वचा को जवां करने और कई अन्य रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। इन्हीं सभी गुणों की वजह से कोकम फल को वर्षों से औषधीय और मसाले के रूप में उपयोग किया जा रहा हैं।
कोकम के फायदे-
वजन को कम करने के लिए-
कोकम में विटामिन सी एवं फाइबर होता है। जो शरीर के अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है। दरअसल कोकम में मौजूद विटामिन-सी वसा के जमाव को रोककर चयापचय में सुधार करता है। इसलिए वजन कम करने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में कोकम को शामिल करना चाहिए।
पाचन के लिए-
कोकम पाचन और गैस जैसी पेट की समस्या के लिए लाभकारी होती है। कोकम का सेवन डाइजेस्टिव जूस को उत्तेजित कर पाचन क्रिया में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है। जिससे शरीर के पाचन तंत्र के कार्यों में सुधार होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए-
कोकम इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) को बढ़ावा देता है। कोकम में विटामिन-सी एवं कई तरह के खनिज पाए जाते हैं। जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त कोकम में मौजूद एंटीवायरल, एंटी-बैक्टीरियल गुण कई तरह के बैक्टीरिया को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
ह्रदय स्वास्थ्य के लिए -
कोकम ह्रदय को स्वस्थ्य रखने या इससे संबंधित बीमारियों से बचाने का काम करता है। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, कोकम फल में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, मैग्नीशियम एवं मैगनीज जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो रक्तचाप और ह्रदय गति को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा कोकम फल में मौजूद कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण स्ट्रोक एवं हृदय संबंधी जोखिमों को कम करने में लाभदायक साबित होते हैं। इसलिए ह्रदय संबंधित समस्याओं की रोकथाम एवं बचाव के लिए अपनी दिनचर्या में इस फल को जरुर शामिल करें।
लिवर के लिए फायदेमंद-
गलत खान-पान और जीवन शैली का सीधा असर लिवर पर पड़ता है। ऐसे में समय रहते अपने खान-पान एवं दिनचर्या में बदलाव जरुरी है। इसके लिए अपनी डाइट में अन्य आहारों के साथ कोकम फल को शामिल करना लिवर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। दरअसल, इसमें विभिन्न बायोएक्टिव यौगिक जैसे गर्सिनोल मौजूद हैं, जो एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल की तरह काम करते हैं। यह गुण लिवर को स्वस्थ्य रखने एवं कैंसर या किसी भी प्रकार के क्षति से बचाने का काम करते हैं। इसलिए अपने आहार में कोकम फल को जरुर शामिल करें।
कब्ज से दिलाएं छुटकारा-
कोकम फल पेट में मरोड़, कब्ज, दस्त आदि समस्याओं में आराम दिलाने में कारगर साबित होता हैं। दरअसल, कोकम फल पाचन क्रिया को उत्तेजित करने के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही यह अपच, एसिड रेफल्स, जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए रोजाना कोकम जूस का सेवन करें। ऐसा करने से कब्ज की शिकायत को दूर किया जा सकता है।
डायरिया एवं दस्त के लिए-
कोकम फल का उपयोग डायरिया एवं दस्त के लिए प्रभावी माना जाता है। क्योंकि इसमें एंटी डायरिया गुण पाया जाता है। जो डायरिया के उपचार में मदद करते हैं। साथ ही यह दस्त के कारण होने वाली डिहाइड्रेशन की परेशानी में असरदायक साबित होता है। इसके लिए कोकम फल का जूस बनाकर सेवन करें । ऐसा करने से डायरिया एवं दस्त में राहत मिलती है।
वचा को जवां रखने के लिए-
कोकम समय से पहले नजर आने वाले बुढ़ापे के लक्षणों को कम करता है। दरअसल कोकम फल में विटामिन-सी और ई की उच्च मात्रा पाई जाती हैं। जो एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित करते हैं। इस प्रभाव के चलते कोकम फ्री रेडिकल्स यानी मुक्त कणों के प्रभाव को कम कर, त्वचा को लंबे समय तक जवां रखने में मदद करता है। इसके अलावा कोकम कोलेजन की मात्रा को नियंत्रित कर, झुर्रियों को दूर करने में भी सहायता करता है। इसलिए कोकम फल का इस्तेमाल बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने एवं त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
त्वचा की जलन के लिए-
कोकम का उपयोग ज्वलनशील त्वचा के लिए फायदेमद होता है। इसके लिए कोकम फल के गूदे को दही के साथ मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। ऐसा करने से सनबर्न या अन्य कारणों से होने वाली त्वचा की जलन को कम करने में मदद मिलती है। इसलिए कई तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट या फुट क्रीम बनाने में भी कोकम का उपयोग किया जाता है।
बालों के विकास के लिए-
बालों के झड़ने और गंजेपन की समस्या का मुख्य कारण पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की कमी का होना होता है। ऐसे में पर्याप्त पोषक तत्वों का सेवन जरूरी है और इनकी पूर्ति हेतु अपने आहारों में फलों का सेवन करना जरूरी होता है। जिसमें से एक कोकम भी है। क्योंकि कोकम फल में विटामिन-बी और विटामिन-सी पाए जाते हैं। जो एलोपेसिया (बाल झड़ने) की परेशानी को कम कर, बालों के विकास में मदद करते हैं।
कोकम का उपयोग-
- कोकम फल को अन्य फलों की तरह छिलके निकालकर सेवन किया जाता है।
- कोकम फल का उपयोग जूस या शरबत के रूप में किया जाता है।
- कोकम का उपयोग भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
- इसका उपयोग दाल, सांभर एवं सब्जी में खटास के लिए किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल सलाद या स्मूदी के रूप में कर सकते हैं।
कोकम के नुकसान-
- इसके अधिक सेवन से मेटाबोलिक एसिडोसिस की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- यदि कोई व्यक्ति ब्लड प्रेशर की दवा का सेवन कर रहा है तो इसके सेवन से बचना चाहिए।
- जिन लोगों को त्वचा संबंधी कोई एलर्जी है। ऐसे लोगों को डॉक्टर के परामर्शानुसार ही इसका सेवन करना चाहिए ।