जानें,क्विनोआ में मौजूद पोषक तत्व और उससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ
2022-11-19 00:00:00
क्विनोआ मूल रूप से एक तरह का बीज होता है। जिसे खाद्य अनाज के रूप में जाना जाता है। यह गूजफुट परिवार से संबंध रखता है। इसका वानस्पतिक नाम चिनोपोडियम क्विनोआ (Chenopodium quinoa) है। क्विनोआ अपने पौष्टिकता के कारण पूरे विश्व में लोकप्रिय रहा है। आमतौर पर इसका संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूरोप और चीन में तेजी से उपयोग किया जा रहा है।
कई स्वास्थ्य लाभों के कारण, यह खाद्य अनाज तेजी से लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है क्योंकि यह प्रोटीन और फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत माना जाता है। आइए, इस लेख के माध्यम से क्विनोआ में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और उससे होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा करते हैं।
क्विनोआ में महत्वपूर्ण पोषक तत्व
क्विनोआ के बीज विभिन्न विटामिन और खनिजों से समृद्ध हैं जैसे
- विटामिन बी, अर्थात् बी-1 (थायमिन), बी-6 (पाइरिडोक्सिन) और बी-9 (फोलेट)। फोलेट लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और स्वस्थ कोशिकाओं के वृद्धि और कार्य के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर गर्भावस्था के दौरान।
- थायमिन कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। साथ ही यह तंत्रिका, मांसपेशियों और हृदय के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- सामान्य मस्तिष्क के विकास और तंत्रिका एवं प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन बी-6 (पाइरिडोक्सिन) महत्वपूर्ण है।
- आयरन का उपयोग हीमोग्लोबिन के उत्पादन में भी किया जाता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के सभी अंगों तक पहुंचाने में सहायक होता है।
- कैल्शियम का उपयोग मुख्य रूप से स्वस्थ हड्डियों के निर्माण और रखरखाव के लिए किया जाता है। इसके अलावा कैल्शियम का उपयोग हृदय, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के समुचित कार्य का समर्थन करने के लिए भी किया जाता है।
- मैग्नीशियम मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों और ऊर्जा उत्पादन का समर्थन करता है।
- फास्फोरस हड्डियों और दांतों के निर्माण, कोशिकाओं और ऊतकों की वृद्धि, रखरखाव और मरम्मत में मदद करता है।
- पोटैशियम तंत्रिका कार्य, कोशिकाओं के भीतर पोषक तत्वों के आदान-प्रदान, हृदय गति के नियमन और मांसपेशियों के संकुचन में मदद करता है।
- विटामिन ई प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है और कोशिकाओं के पुनर्जनन को बढ़ावा देता है।
- क्विनोआ प्रोटीन से भरपूर होता है, जिसमें 14.1 ग्राम प्रोटीन होता है। प्रोटीन वजन को नियंत्रित करने, मांसपेशियों के निर्माण में सहायता करता है। यह कई अन्य स्वास्थ्य लाभों के अलावा चयापचय को बढ़ाता है और रक्तचाप को कम करता है।
- इसमें मौजूद जस्ता, मैंगनीज, तांबा और सेलेनियम शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करते हैं।
क्विनोआ के फायदे-
क्विनोआ के बीज विभिन्न विटामिन और खनिजों से समृद्ध हैं जैसे
ग्लूटेन मुक्त आहार के रूप में क्विनोआ का सेवन सुरक्षित माना जाता हैं। सीलिएक रोग के रोगियों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि क्विनोआ में मौजूद पोषण चावल की तुलना में बेहतर होता है। इसके अतिरिक्त यह प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और फाइबर की आवश्यक मात्रा प्रदान करता है।
कैंसर से बचाव के लिए-
क्विनोआ एंटी ऑक्सीडेंट से समृद्ध है, जो कैंसर के खतरे को कम करने के लिए अच्छा उपाय माना जाता है। दरअसल, क्विनोआ में तीन अद्वितीय पोषक तत्व पाए जाते हैं जो उत्परिवर्तित कोशिकाओं के खत्म होने से बचाने में मदद करते हैं। पहला सैपोनिन नामक तत्व पाया जाता है, जिसे वास्तव में एंटीन्यूट्रिएंट्स कहा जाता है। दूसरा सक्रिय पोषक तत्व लुनासीन है, जो केवल उत्परिवर्तित कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। तीसरा क्वेरसेटिन नामक एक एंटी ऑक्सीडेंट है, जो शरीर में मुक्त कणों के निर्माण से लड़ता है और फेफड़ों के कैंसर के प्रसार को नियंत्रित करता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक
क्विनोआ में मौजूद सक्रिय तत्व शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन करने वाले रासायनिक प्रक्रिया को धीमा करके एंटी इंफ्लेमेटरी की तरह कार्य करता है। इसके अलावा क्विनोआ चयापचय और कोशिकाओं के कार्य को बेहतर बनाने का काम करता है। इस प्रकार से क्विनोआ का सेवन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल अर्थात एलडीएल (LDL) लेवल को कम करने में मदद करता है।-
हड्डियों के रोगों से बचाने में सहायक-
क्विनोआ में क्वेरसेटिन नामक एंटी ऑक्सीडेंट फ्लेवोनोइड पाया जाता है, जो कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है। जिससे हड्डियों की रक्षा होती है। इसके अलावा क्विनोआ हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। इस प्रकार क्विनोआ के नियमित सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों के विकास को रोका जा सकता है।
गुर्दे की पथरी को कम करने में सहायक-
क्विनोआ प्रोटीन का उत्कृष्ट स्त्रोत एवं गुलेटिन फ्री बीज है। साथ ही यह ऑक्सलेट से भी भरपूर होता है। जिसके कारण यह पित्त रस के स्राव को नियंत्रित करता है और शरीर में विषाक्त पदार्थों के संचय को रोकता है। इस प्रकार क्विनोआ पित्त पथरी और गुर्दे की पथरी के निर्माण को रोकता है।
मधुमेह के इलाज में कारगर-
क्विनोआ फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है। जिससे यह शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसलिए रक्त शर्करा के स्तर को कम करके, मधुमेह वाले लोगों के लिए क्विनोआ का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
क्विनोआ के दुष्प्रभाव
- क्विनोआ में सैपोनिन नामक यौगिक मौजूद हैं। इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन आंतों की अंदरूनी परत को प्रभावित करते हैं। जिससे लीकी गट सिंड्रोम होने की आशंका बढ़ जाती हैं।
- गर्भावस्था के दौरान क्विनोआ का उपयोग चिकित्सक के परामर्शानुसार ही करें।
यह कहां पाया जाता है?
यह पौधा दक्षिण अमेरिका के एंडियन क्षेत्र में पाया जाता है, जहां यह हजारों वर्षों से देखने को मिल रहा है। अपने स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होने के कारण क्विनोआ को अब संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, इटली, स्वीडन और भारत सहित दुनिया भर के कई देशों में उगाया जाता है। लेकिन अभी भी यह ज्यादातर पेरू और बोलीविया में उगाया जाता है।