पिस्ता के औषधीय गुण और फायदे
2023-01-25 16:11:09
पिस्ता एक प्रकार का सूखा मेवा है, जो अपने अनूठे स्वाद के लिए जाना जाता है। इसका प्रयोग आज पूरी दुनिया करती है। कुछ लोग इसका प्रयोग किसी मीठे व्यंजन या मिठाई के लिए करते हैं। कुछ लोग इसका इस्तेमाल खीर एवं हलवे में करते हैं। वहीं कुछ लोगों को सीधे तौर पर खाना अच्छा लगता है। इस प्रकार लोग अपने-अपने स्वाद के अनुसार इसका लुत्फ उठाना पसंद करते हैं।
क्या होता है पिस्ता?
पिस्ता एक मध्यम आकार का पेड़ है, जो एनाकार्डियासी परिवार से संबंधित है। जिसे काजू परिवार के रूप में भी जाना जाता है। इसके पत्तों पर एक तरह का कीटकोष अर्थात कीड़ों का घर बनता है। यह एक ओर से गुलाबी और दूसरी तरफ से पीला-सफेद रंग का होता है। इसके फल 10-20 मिमी लंबे और 6-12 मिमी व्यास के होते हैं। इसके फल का छिलका हल्के पीले रंग का होता हैं। पिस्ता फल के बाहरी छिलके को निकाल कर अंदर के पीले भाग को खाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके फल एक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है। जिन्हें कई औषधीय गुणों से भरपूर और शरीर को तंदरुस्त रखने वाला माना जाता है। इसलिए इसका उपयोग कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों और ताकत बढ़ाने वाली दवा के रूप में किया जाता है।
पिस्ता में मौजूद पौष्टिक तत्व-
पिस्ता में कई तरह के स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक तत्व विद्यमान है। जिसे सेहत के लिए जरुरी और फायदेमंद माना जाता है। पिस्ता एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर हैं, जिनमें ल्यूटिन, बीटा-कैरोटीन और गामा-टोकोफेरोल शामिल हैं। पिस्ता में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन बी 6, थायमिन, फोलिक एसिड, विटामिन बी 5 और पोटेशियम, कैल्शियम, तांबा, फास्फोरस और मैंगनीज जैसे खनिज तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा पिस्ता आवश्यक फैटी एसिड का भी एक समृद्ध स्रोत है।
पिस्ता के फायदे-
हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद-
पिस्ता का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। दरअसल पिस्ता में आर्जिनिन (एक प्रकार का अमीनो एसिड) होता है। यह रक्तचाप को कम करने के लिए जाना जाता है। साथ ही पिस्ता मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भी भरपूर होता है, जो उच्च रक्तचाप और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इस प्रकार, यह हृदय वाहिकाओं को साफ करता है और हृदय स्वास्थ्य में योगदान देता है।
वजन कम करने में सहायक-
पिस्ता फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है जो शरीर में फैट सेल्स को नियंत्रित कर, उसके वजन को कम करने का काम करता है। इसमें मौजूद फाइबर शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा पिस्ता मोनोअनसैचुरेटेड फैट का एक अच्छा स्रोत है, जो वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे लो-कैलोरी स्नैक के रूप में भी जाना जाता है। इसलिए भूख लगने पर इसका आनंद लिया जा सकता है।
अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ाने में कारगर-
पिस्ता में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को मजबूत करता है। आमाशय में मौजूद अच्छी बैक्टीरिया फाइबर को किण्वित करते हैं और इसे फैटी एसिड -ब्यूटिरिक एसिड की श्रृंखला में बदल देते हैं। इसलिए वह आंत में बैक्टीरिया की एकाग्रता को काफी बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा फाइबर की उच्च मात्रा कब्ज को रोकने में भी मदद करती है।
ब्लड शुगर लेवल को करें कंट्रोल-
पिस्ता पेप्टाइड्स के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है जो मधुमेह रोगियों में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है। इसलिए यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और उन्हें नियंत्रण में रखने में सहायक है।
खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार-
पिस्ता एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला प्रभाव होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करता है।
सूजनरोधी के रूप में काम करता है-
पिस्ता मोनोअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। यह आंतरिक सूजन से लड़ने में मदद करते हैं, खासकर हृदय संबंधी समस्याओं में बेहद लाभप्रद हैं।
आंखों के लिए लाभप्रद-
पिस्ता पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी होते हैं। ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे एंटी ऑक्सीडेंट मानव रेटिना में मौजूद होते हैं और इन एंटीऑक्सीडेंट के पर्याप्त सेवन से मोतियाबिंद जैसी दृष्टि संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। पिस्ता इन एंटीऑक्सीडेंट की कमी को पूरा करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त पिस्ता में मौजूद जस्ता की उच्च मात्रा भी आंख संबंधी समस्याओं में लाभप्रद होता है।
इम्यूनिटी स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में कारगर-
रोजाना पिस्ता का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। क्योंकि यह विटामिन बी 6 से भरपूर हैं, जो बेहतर प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इस प्रकार पिस्ता शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर साबित होता है।
पिस्ता के नुकसान-
अधिक मात्रा में पिस्ता का सेवन करने से निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं-
- चूंकि पिस्ता पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। इसलिए इसका अधिक सेवन पाचन संबंधी समस्याएं जैसे सूजन, गैस, पेट खराब, दस्त और कब्ज उत्पन्न हो सकता है।
- कुछ बच्चों को पिस्ता का सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है।
- चूंकि पिस्ता मधुमेह के इलाज में सहायक है। लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन लो ब्लड शुगर का कारण बन सकता है।
पिस्ता कहां पाया जाता है?
पिस्ता मूल रूप से मध्य एशियाई क्षेत्र, ईरान और अफगानिस्तान में पाया जाता हैं। भारत में यह व्यापक रूप से जम्मू और कश्मीर में उगाया जाता है।