आलू के औषधीय गुण, फायदे और उपयोग
2023-02-04 12:39:08
आलू एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसका उपयोग शाकाहारी एवं मांसाहारी कई तरह के स्वादिष्ट भोजन बनाने में किया जाता है। आमतौर पर आलू सब्जी का सबसे आम प्रकार होता है। यह खाने में स्वादिष्ट के अलावा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। जिसके कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह स्टार्च से समृद्ध होता है। इसके अलावा आलू में कई अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन और खनिज भी पाए जाते हैं। शायद इन्हीं गुणों के कारण , पूरे विश्व में एक प्रमुख आहार के रूप में इसका उपयोग किया जाता है।
आलू क्या है?
आलू शब्द स्पेनिश शब्द 'पटाटा' से लिया गया है। जिसका वानस्पतिक नाम सोलनम ट्यूबरोसम है। यह एक तरह का भूमिगत पौधा होता है जो प्रायः जमीन के अंदर उगाए जाते हैं। इसकी पत्तियां और शाखाएं जमीन के ऊपर होतीं हैं। आमतौर पर भारत के अधिकांश हिस्सों में यह "आलू" के नाम से ही प्रसिद्ध है। लेकिन कुछ जगहों जैसे तमिलनाडु में, इसे "उरुलाई किज़ंगु" गुजरात में “बटाटा” आदि के नाम से जाना जाता है।
आलू के औषधीय महत्व-
आलू कई औषधीय गुणों से भरपूर हैं जिसमें शामिल निम्नलिखित हैं-
- आलू में उच्च मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और कॉपर होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
- आलू में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद हैं जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इस प्रकार, यह कैंसर को रोकने में सहायक होता है।
- आलू में थायमिन पाया जाता है, जो मानव शरीर के हृदय-संवहनी चयापचय, तंत्रिका संबंधी और हृदय कार्यों के लिए अच्छा होता है।
- आलू में मौजूद विटामिन बी5 शरीर की थकान को कम करने में मदद करता है।
- पोटेशियम की उपस्थिति के कारण, आलू मानव कोशिकाओं के अंदर और बाहर तरल पदार्थ और खनिजों (सोडियम) के संतुलन को विनियमित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह सोडियम के नकारात्मक प्रभावों को रोकने में भी मदद करता है।
- आलू फाइबर का समृद्ध स्त्रोत है, जो स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए महत्वपूर्ण है। यह आंतों को विनियमित करके कब्ज को रोकता है।
- आलू में कई तरह के फाइटोन्यूट्रिएंट जैसे फेनोलिक, फ्लेवोनोइड्स और कैरोटेनॉयड्स होते हैं। यह सभी तत्व एंटी इंफ्लेमेंटरी गुणों को प्रदर्शित करते हैं। इस प्रकार यह पाचन स्वास्थ्य, हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और यकृत विषाक्तता को कम करने में मदद करते हैं।
आलू के फायदे-
त्वचा के लिए लाभकारी-
आलू में पोटेशियम, जिंक, विटामिन सी और विटामिन बी6 जैसे पोषक तत्वों की अधिकता होती है। इसलिए आलू व्यक्ति को मुंहासों, फुंसियों और त्वचा की अन्य समस्याओं से बचाने में मदद करता है।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर-
आलू में मौजूद विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इसके अलावा उबले हुए आलू का सेवन करने से इम्यूनिटी लेवल को बढ़ाने में मदद मिलती है।
पाचन तंत्र को सुधारने में लाभदायक-
आलू का सेवन पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होता है। दरअसल इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है। यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने का काम करता है।
सूजन को कम करने में सहायक-
आलू अपने उपचारक उपचार गुणों के कारण सूजन को नियंत्रित करने और रोकने में मदद करता है।
मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए-
आलू में पोटैशियम और विटामिन बी6 की मौजूदगी के कारण यह दिमाग और नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह व्यक्ति को तनाव और चिंता से मुक्त करने में भी सहायक है।
हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में सहायक-
आलू में मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और फॉस्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं। यह सभी खनिज हड्डियों की संरचना को बनाए रखने और हड्डियों की मजबूती के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आलू का उपयोग-
- आलू का उपयोग सब्जी और अन्य तरह के पकवान बनाने में किया जाता है।
- आलू को उबालकर सेवन किया जाता है।
- त्वचा की जलन को शांत करने के लिए कच्चे आलू के पेस्ट को प्रभावित अंग पर लगाया जाता है।
- कच्चे आलू के टुकड़ो को आंखों पर लगाने से आंखों के आसपास की सूजन कम होती हैं।
- आलू के रस को एलोवेरा पेस्ट और शहद के साथ मिलाकर बालों पर लगाया जाता है।
- हाथों की गंदगी को साफ करने के लिए कच्चे आलू के टुकड़े का इस्तेमाल किया जाता है। इससे दाग वाली त्वचा को रगड़ें। ऐसा करने से गंदगी हट जाती है।
- कच्चे आलू को पानी के साथ मैश करके पेस्ट बना लें और फिर इसे अपने चेहरे पर लगाएं। फिर थोड़ी देर छोड़कर उसे साफ पानी से धो लें। ऐसा करने से त्वचा ग्लोइंग होती हैं।
आलू का नुकसान-
- आलू के अधिक सेवन से वजन बढ़ता है। क्योंकि आलू कार्बोहाइड्रेट से भरपूर हैं। साथ ही अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट कैलोरी की मात्रा बढ़ा सकते हैं। जिससे मोटापा हो सकता है।
- यदि कोई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं तो उसे अधिक आलू का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे व्यक्ति की समस्या और बढ़ सकती है।
- नीले आलू का सेवन शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होता है। इससे शरीर में एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- गठिया के मरीजों के लिए अधिक आलू का सेवन हानिकारक होता है।
आलू कहां पाया जाता है?
आलू का उत्पादन मुख्य रूप से चीन और भारत में होता है। चीन आलू का सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत में आलू मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार और गुजरात में पाए जाते हैं।