जानें, लेमन ग्रास के औषधीय गुण और फायदों के बारे में
2021-12-13 18:39:30
लेमन ग्रास एक औषधीय जड़ी-बूटी है। जो ज्यादातर दक्षिण-पूर्वी एशिया में उगाई जाने वाली बारहमासी घास है। इसकी लंबाई आम घास से अधिक लंबी होती है। इसमें लगभग 75 प्रतिशत सिट्रल पाया जाता है। जिसके कारण इसकी सुगंध नींबू जैसी होती है। इसलिए इसका उपयोग व्यापक रूप से औषधीय तौर पर चाय में अदरक की तरह किया जाता है। वहीं लेमन ग्रास तेल का उपयोग सौंदर्य उत्पाद और पेय पदार्थों में भी किया जाता है। इसमें खूब विटामिन, फाइबर और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा लेमन ग्रास में भरपूर औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। यह गुण कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और दिल को दुरुस्त रखने में सहायक होते हैं। इसलिए अपने दैनिक दिनचर्या में लेमन ग्रास को शामिल करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
लेमन ग्रास के पौष्टिक तत्व-
- पानी
- प्रोटीन
- वसा
- विटामिन सी
- कार्बोहाइड्रेट
- पोटेशियम
- जिंक
- कॉपर
- मैगनीज
- फाइबर
- फास्फोरस
- अमीनो एसिड
- सेलेनियम
- कैल्शियम
लेमन ग्रास के औषधीय गुण-
लेमन ग्रास एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें कई तरह के पौष्टिक पदार्थ पाए जाते हैं। जो शरीर को रोगमुक्त बनाते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक में लेमन ग्रास कई तरह की बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। लेमन ग्रास में एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों के प्रभाव को कम करने वाला), एंटी बैक्टीरियल (बैक्टीरिया से लड़ने वाला), एंटीइंफ्लेमेंटरी (सूजन को कम करने वाला) और एंटीफंगल (फंगस से लड़ने वाला) गुण पाए जाते हैं।
लेमन ग्रास के फायदे-
कोलेस्ट्रॉल के लिए-
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का कारण बनता है। लेकिन इस तरह की बीमारियों से बचने में लेमन ग्रास चाय काफी मददगार सबित होती है। एक अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार लेमन ग्रास के नियमित सेवन से यह टोटल कोलेस्ट्रॉल एवं ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करती है। इस रूप में लेमन ग्रास एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का काम करती है।
कैंसर कोशिकाओं के लिए-
लेमन ग्रास या इसके तेल में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। जो कैंसर के खतरे को दूर रखने में मदद करते हैं और कैंसर को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इसलिए कैंसर के खतरे को कम करने के लिए लेमन ग्रास का उपयोग करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
पाचन शक्ति के लिए-
पाचन और एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए लेमन ग्रास का सेवन करना एक बढ़िया उपाय है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। साथ ही पेट के अल्सर एवं पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं को रोकने का काम करते हैं। इससे बने काढ़े को सिप करके पीने से पाचन शक्ति में सुधार होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार-
लेमन ग्रास शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार होती है। दरअसल, इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो शरीर को कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन और खनिज भी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का काम करते हैं।
जोड़ों के दर्द एवं अर्थराइटिस में फायदेमंद-
लेमन ग्रॉस में एंटी अर्थ रितिक प्रभाव होता है। जो जोड़ों के दर्द एवं गठिया रोग से राहत दिलाने में मदद करता है। लेमन ग्रास रक्तचाप में सुधार करके गठिया के लक्षणों को कम करता है। वहीं, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया से होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए लेमन ग्रास तेल की कुछ बूंदों से प्रभावित जगह की मसाज करना फायदेमंद होता है।
अनिद्रा को दूर करने में सहायक-
अनिद्रा अर्थात नींद न आने के पीछे कई कारण होते हैं। जिसमें चिंता, तनाव, अवसाद आदि शामिल हैं। ऐसे में लेमन ग्रास चाय का सेवन करना अच्छा होता है। इसमें शामक, हिप्नोटिक गुण पाए जाते हैं। जो नींद की अवधि और गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक होते हैं। साथ ही इसमें एंटीडिप्रेसेंट गुण भी पाया जाता है। जो तनाव और अवसाद को कम करने में कारगर साबित होता है। जिससे अच्छी नींद आती है। इसके लिए लेमन ग्रास ऑयल की कुछ बूंदें डिफ्यूजर में डाल कर उससे अरोमाथेरेपी करवाना अच्छा होता है।
तंत्रिका तंत्र के लिए-
लेमन ग्रास में मौजूद पोषक तत्व तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के लिए बेहद कारगर साबित होते हैं। इसमें मैग्नीशियम की प्रचूर मात्रा पाई जाती है। जो न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग (Neurodegenerative Diseases) से बचाने का काम करता है। हालांकि न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग में मस्तिष्क के न्यूरॉन्स नष्ट होने लगते हैं। इसके अलावा लेमन ग्रास चाय दिमाग को तेज रखने और याददाश्त मजबूत करने में भी मदद करती है।
अस्थमा के लिए-
लेमन ग्रास के औषधीय गुण एलर्जिक अस्थमा से बचाने में मदद करते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक गुण पाए जाते हैं। जो संक्रमित कोशिकाओं को फेफड़ों में जाने से रोकते हैं। इस प्रकार से लेमन ग्रास टी अस्थमा के लिए भी फायदेमंद होती है।
मुंहासों के लिए-
लेमन ग्रास मुंहासों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद करती है। क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो कील-मुंहासों को चेहरे और त्वचा से दूर रखने का काम करते हैं। इसके लिए लेमन ग्रास का पेस्ट या तेल उपयोग में लाएं।
लेमन ग्रास के उपयोग-
- लेमन ग्रास का उपयोग ग्रीन टी की तरह चाय के रूप में किया जाता है। इसके अलावा इसे चाय में अदरक या इलायची के स्थान पर उपयोग किया जा सकता है।
- लेमन ग्रास का पेस्ट बनाकर सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- चिकन बनाते समय उसमें थोड़ा सा लेमन ग्रास के पेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा करने से यह चिकन को एक अलग स्वाद देता है।
- लेमन ग्रास को सूप बनाकर भी पी सकते हैं।
- खाने में नींबू के छिलके (Lemon Zest) के स्थान पर लेमन ग्रास का इस्तेमाल किया जा सकता है।
लेमन ग्रास के नुकसान-
लेमन ग्रास यूं तो बेहद फ़ायदेमंद होती है। लेकिन इसका ज़रूर से अधिक उपयोग करना नुकसानदायक हो सकता है। जो निम्न हैं:
- अधिक भूख एवं प्यास लगना।
- चक्कर आना।
- मुंह सूखना।
- अधिक पेशाब आना।
- अधिक थकान महसूस करना।
इसके अलावा अधिक मात्रा में लेमन ग्रास तेल के इस्तेमाल से निम्न समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं:
- त्वचा पर जलन और रैशेज निकलना।
- आंखों में जाने से आंखों में जलन होना।
- निगलने से पाचन तंत्र में समस्या होना।
- श्वसन तंत्र संक्रमण (Respiratory tract infection) होना आदि।