शरीफा के पोषक तत्व, फायदे और उपयोग
2022-05-24 16:34:55
शरीफा एक विशेष प्रकार का फल है। जो अपने अनूठे आकार और स्वाद के चलते विश्वभर में प्रसिद्ध है। शरीफा ऊपर से खुरदुरा और दिल के आकार का फल होता है। इसकी बाहरी परत थोड़ी मोटी होती है। लेकिन इसके अंदर का भाग सफेद मलाईदार और दानेदार एवं मुलायम होता है। जोकि इस फल का खाने योग्य भाग होता है। शरीफा का यह भाग बेहद मीठा और स्वादिष्ट होता है।
शरीफा एक ऐसा फल है, जिसे अपने रूप-रंग और स्वाद के अलावा शरीर को स्वस्थ बनाने एवं कई प्रकार के रोगों का उपचार करने के लिए भी जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीफा का उपयोग एक-दो नहीं बल्कि, कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें रक्त की मात्रा बढ़ाने, कफ दोष को ठीक करने, दांत दर्द, उल्टी आदि रोग शामिल हैं। शरीफा को आमतौर पर सीताफल और अंग्रेजी में कस्टर्ड एप्पल (Custard apple) के नाम से जाना जाता है।
क्या होता है शरीफा?
शरीफा एक स्वादिष्ट फल है, जो बाहर से हरे रंग की खुरदुरी त्वचा से ढका और अंदर से मांसल (Fleshy) या गुदायुक्त होता है। इसमें से निकलने वाले बीज चिकने, चमकीले और भूरे-काले रंग के होते हैं। शरीफा सर्दियों के मौसम का फल है। जिसकी तासीर ठंडी होती है। इसका वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा (Annona squamosa) है। पर कुछ जगह पर इसे शुगर एप्पल भी बोला जाता है।
शरीफा के पोषक तत्व-
शरीफा में तमाम पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जिन्हें हेल्थ के लिए जरूरी और फायदेमंद माना जाता हैं। इनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, कैलोरी, लौह, फोलेट, फाइबर, एस्कोरबिक एसिड, कैरोटीन, राइबोफ्लेविन, नियासिन विटामिन, कैल्शियम, फास्फोरस, थायमिन, विटामिन-बी6 जैसे न्यूट्रियन्स पाए जाते हैं।
शरीफा के फायदे;
पाचन के लिए-
शरीफा का नियमित सेवन करके शरीर की पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सकता है। क्योंकि शरीफा में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। जो शरीर की पाचन क्रिया में सुधार कर, कब्ज की समस्या से लोगों को निजात दिलाने का काम करता है।
स्वस्थ वजन के लिए-
लगातार वजन कम होने का मुख्य कारण शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा का न मिलना है। चूंकि शरीफा को एक बेहतर ऊर्जा स्रोत वाला फल माना जाता है। जो वजन बढ़ाने में सहायता कर सकता है। इसलिए शरीर को स्वस्थ वजन देने के लिए शरीफा एक अच्छा विकल्प है।
ब्लड प्रेशर के लिए-
शरीफा में कैल्शियम और मैग्नीशियम दोनों मौजूद होते हैं। जो बॉडी के ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने का काम करते हैं। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रस्त लोगों को शरीफा का सेवन करना चाहिए। ऐसा करके हाई ब्लड प्रेशर की वजह से होने वाले हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल के लिए-
शरीर में अनावश्यक रूप से कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोत्तरी होना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखना जरूरी होता है। इसके लिए शरीफा का सेवन, एक बेहतरीन उपाय सिद्ध हो सकता है। चूंकि इसमें नियासिन विटामिन मौजूद होता है। जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को संतुलित करके हृदय रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे को कम करने का काम करता है।
डायबिटीज के लिए-
शरीफा में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है। जो शरीर में ब्लड ग्लूकोज के स्तर में सुधार करने और मधुमेह के लिए जिम्मेदार जोखिम को कम करने का काम करते हैं। इसलिए डायबिटीज की स्थिति में शरीफा और इसके गूदे की स्मूदी का सेवन करना अच्छा होता है।
हार्ट अटैक के लिए-
एक डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक, विटामिन-बी 6 का सेवन, हृदय रोग के जोखिमों को कम करने का काम करता है। चूंकि शरीफा में विटामिन-बी 6 पर्याप्त मात्रा में होता है। इसलिए इसका सेवन हार्ट अटैक के खतरों को रोकने के लिए किया जा सकता है।
अस्थमा के लिए-
अस्थमा फेफड़ों की बीमारी है। जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण होती है। चूंकि शरीफा एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला फल होता है। जो अस्थमा के खतरों को काफी हद तक कम करने में मदद करता है। इसलिए अस्थमा जैसी बीमारी के लिए शरीफा का सेवन उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
एनीमिया के लिए-
एनीमिया के समय शरीर में आयरन की कमी होने लगती है। जिसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं हो पाता। ऐसे समय में रोगी को आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। चूंकि शरीफा को आयरन का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए शरीफा का सेवन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाकर शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।
गर्भावस्था में फायदेमंद-
गर्भावस्था में शरीफा का सेवन करना लाभकारी होता है। क्योंकि यह आयरन और फोलेट का अच्छा स्रोत होता है। जिन्हें गर्भावस्था के समय जरूरी पोषक तत्व माना जाता है। दरअसल फोलेट और आयरन भ्रूण के विकास, उसकी रीढ़ व मस्तिष्क के विकास में मदद करते हैं। वहीं शिशु में जन्म के दौरान होने वाली विकृतियों की संभावना को भी कम करते हैं। इसलिए गर्भावस्था में शरीफा का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा होता है।
स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए-
शरीफा का नियमित सेवन त्वचा को निखार देने का काम करता है। दरअसल, शरीफा में विटामिन-सी उच्च मात्रा में मौजूद होता है। जो स्किन को सूरज की हानिकारक पैराबैंगनी किरणों से बचाता है। इसके अतिरिक्त शरीफा में मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक आदि पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। जो एलोपेसिया (बाल झड़ने) की परेशानी को कम कर, बालों के विकास में मदद करते हैं।
शरीफा का उपयोग-
- शरीफा का सेवन फ्रूट सलाद के रूप में किया जाता है।
- शरीफा की आइसक्रीम बनाकर खाई जाती है।
- मिल्क शेक के रूप में भी शरीफा का सेवन किया जाता है।
- शरीफा के गूदे से बीज निकालकर, स्मूदी के रूप में इसका सेवन किया जाता है।
शरीफा का नुकसान-
- चूंकि शरीफा में आयरन की अधिक मात्रा होती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से मतली, उल्टी और पेट फूलने जैसी परेशानी पैदा हो सकती हैं।
- चूंकि शरीफा में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से दस्त, गैस, आंतों में जकड़न जैसी पेट की परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
- कुछ लोगों को शरीफा खाने पर एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसलिए ऐसे लोगों को शरीफा के सेवन से बचना चाहिए।
- शरीफा का सेवन करते वक्त इसके बीजों को खाने से बचना चाहिए। अन्यथा यह गले में फंस सकते हैं।