नकसीर के लक्षण, कारण और बचाव
2022-05-24 18:25:26
नाक से खून बहने की समस्या को नकसीर (Nose Bleeding) कहा जाता है। यह समस्या आमतौर पर कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन कभी-कभी यह समस्या किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। नाक से खून बहने की यह समस्या कई कारणों से होती है जैसे- सांस संबंधी समस्या, एलर्जी, सर्दी लगना और सावधानी से नाक की सफाई न करना आदि।
क्यों आता है नाक से खून?
नाक में कई प्रकार की रक्त वाहिकाएं होती हैं। यह रक्त वाहिकाएं बहुत मुलायम और पतली झिल्ली से ढंकी होती हैं। जोकि कई बार नाक की सफाई करते वक्त फट भी जाती हैं। कारणवश नाक से खून आने लगता है। यह समस्या ज्यादातर 3 से 10 साल के बच्चों में देखने को मिलती है।
नाक से खून आने के प्रकार;
नाक से खून बहने की समस्या दो प्रकार की होती है। जिसे खून बहने की जगह के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
एंटीरियर (Anterior)-
यह नाक से खून बहने का सबसे सामान्य प्रकार है। इसमें नाक के अगले हिस्से से खून बहता है। इस दौरान नाक के अंदर की रक्त वाहिनियां (Blood Vessels) फट जाती हैं। जिसके कारण नाक से खून निकलता है। इन रक्त वाहिनियां को किसेलबाक प्लेक्सस (Kiesselbach plexus) के नाम से जाना जाता है।
पोस्टीरियर (Posterior)-
इसमें नाक के पिछले भाग से खून निकलता है। यह समस्या अधिकतर बुजुर्गो में देखने को मिलती है। यह बीमारी की वजह से होने वाली ब्लीडिंग होती है। इससे नाक की भीतरी और दिमाग से जुड़ने वाली नसें प्रभावित होती हैं। इस वजह से नाक से तेज खून बहता है।
नकसीर के लक्षण;
- एक या दोनों नथुनों (नाक के सुराख) से खून का आना।
- गले के पिछले हिस्से में तरल पदार्थ बहने का अनुभव होना।
- बार-बार निगलने जैसा महसूस होना।
- सांस लेने में दिक्कतें होना।
- दिल का अनियमित धड़कना।
नकसीर के कारण;
नाक से खून आने के दो सामान्य कारण होते हैं। जोकि निम्नलिखित हैं;
शुष्क हवा-
शुष्क हवा नकसीर का प्रमुख कारण है। अधिक गर्मी के कारण खून की नालियां (रक्त वाहिकाएं) फैल जाती हैं। क्योंकि गर्म हवा से नाक की झिल्ली शुष्क होकर खून के बहाव और संक्रमण के प्रति अति संवेदनशील हो जाती हैं।
नाक में उंगली करना-
नाक में बार-बार उंगली करना, पेन, पेंसिल आदि चीजों से खुजली करना बच्चों में नाक से खून आने का सबसे प्रमुख कारण है। क्योंकि ऐसा करने से नात की नाजुक रक्त वाहिकाओं में चोट लग जाती है और रक्त स्राव होने लगता है। इसके अतिरिक्त बच्चों में लगातार नकसीर की समस्या का होना हीमोफीलिया का संकेत भी हो सकता है।
नाक से खून आने के कारण;
- गर्म हवा या शुष्क जलवायु में नाक के अंदर की त्वचा का सूखना और फटना।
- सर्दी, छींक और साइनस (Sinus) जैसी समस्या के वजह से नाक में होने वाली जलन।
- नाक में एलर्जी होना या बार बार नाक बहना।
- उच्च रक्तचाप होना।
- ताकत के साथ नाक की सफाई करना।
- किसी कीड़े या वस्तु का नाक में चले जाना।
- नाक में चोट लगना।
- साइनस या पिट्यूटरी ट्यूमर सर्जरी।
- डिविएट सेप्टम बीमारी का होना।।
- विटामिन-के की कमी होना।
- खून को पतला करने वाली दवाएं जैसे वार्फरिन (Warfarin) और हिपेरिन(Heparin) का सेवन करना।
- नाक के लिए दवा की तरह इस्तेमाल होने वाले स्प्रे का अधिक प्रयोग करना।
- नेसल कन्नुला (Nasal Cannulas) से ऑक्सीजन ट्रीटमेंट करना।
नाक से खून आने के दुर्लभ कारण;
- शराब का अत्यधिक सेवन करना।
- कोकीन या अफीम का सेवन का करना।
- जिगर (liver) की बीमारी होना।।
- नाक का मांस बढ़ना।
- ब्लड कैंसर।
- नाक में ट्यूमर होना।
नकसीर के बचाव;
- नाक में खुजली होने पर पेन, पेंसिल जैसी कोई नुकीली नाक में न डालें.
- हाथ के नाखूनों को छोटा रखें।
- नेजल स्प्रे का ज्यादा प्रयोग न करें।
- खेल के दौरान सुरक्षात्मक वस्तुओं को जरूर पहनें। जिससे नाक, कान और सिर का बचाव हो सके।
- धूम्रपान से बचें। इससे नाक की त्वचा में रूखापन हो सकता है।
- नाक के सूखेपन को कम करने के लिए हाइड्रेटेड रहने और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें।
- नाक से खून आने पर गर्मी से दूर रहें। ड्राई हीट कम होने से नकसीर की आशंका को कम किया जा सकता है।
- किसी अन्य वजह जैसे लीवर रोग, पुरानी साइनस होने के कारण नाक से खून आने पर चिकित्सक से सलाह ले।
नकसीर के प्राथमिक और घरेलू उपचार;
- नाक से खून आने पर कुछ समय के लिए एक स्थान पर रुक कर बैठ जाएं।
- अब खुद को सामने की तरफ थोड़ा झुकाएं। ताकि खून गले में न जाए।
- अब नाक पर ठंडा और गीला कपड़ा रखकर देखें। ताकि रक्त नालिकाओं में संकुचन होकर खून का बहना रुक सके।
- यदि एक नथुने से खून निकले तो नथुने के ऊपरी भाग को कम से कम 10 मिनट तक दबाकर रखें। ऐसा करने से खून बंद हो जायेगा।
- इसके अलावा नाक के खून को बंद करने के लिए प्याज के रस का इस्तेमाल करें।
- प्याज को सूंघने से भी नाक का खून बंद हो जाता है।
- तुलसी के रस को खून निकलने वाली जगह पर डालने से खून बंद होता है।
- नकसीर की समस्या में गाय के देशी घी को गर्म करके ठंडा होने पर नथुनों में एक या दो बूंद डालने से राहत मिलती है।
- सरसों के तेल को गुनगुना करके नाक में डालने से भी नकसीर की समस्या ठीक होती है।
- लैवेंडर के तेल की 2-3 बूंद को रुई में भिगोंकर प्रभावित जगह पर लगाने से नाक का खून बंद हो जाता है।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
- बार-बार नकसीर की समस्या होने पर।
- नकसीर के साथ खून की उल्टी होने पर।
- नकसीर के साथ चक्कर आने या सर घूमने पर।
- किसी दवा के सेवन करने के बाद नाक से खून आने प।र
- तेज गति से नाक से खून आने पर।
- कीमोथेरेपी के बाद नाक से खून पर।
- नकसीर की समस्या को रोकने में असमर्थ होने पर।