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चक्की चलनासन के करने की प्रक्रिया और फायदे

चक्की चलनासन के करने की प्रक्रिया और फायदे

2022-05-24 18:05:29

तन और मन को दुरुस्त करने का सबसे बढ़िया साधन योग है। इसमें कुछ ऐसी विधियों को शामिल किया गया हैं जिसे पारंपरिक तौर पर काम करने में इस्तेमाल किया जाता था। ऐसा ही एक विधि चक्की चलनासन है। यह शरीर के लिए एक अच्छी और अविश्वसनीय व्यायाम है। इसके निरंतर अभ्यास से सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं। इससे शरीर की आलस्यता दूर होती है। साथ ही यह आसन पूरे दिन ऊर्जावान महसूस कराता है। आइए बात करते हैं चक्की चलनासन क्या है और इसके अभ्यास से होने वाले फायदों के बारे में।

क्या है चक्की चलनासन?

चक्की चलनासन की उत्पत्ति संस्कृत शब्द से हुई है। यह संस्कृत के तीन शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द चक्की है जिसका शाब्दिक अर्थ मिल या पीसना होता है। दूसरा चलन का मतलब मंथन या ड्राइव और तीसरा आसन एक तरह की मुद्रा होती है। अर्थात इस आसन का अभ्यास करते समय ऐसा प्रतीत होता है जैसे आप चक्की चला रहे हैं। यही कारण है कि इसे चक्की चलनासन कहा जाता है। चक्की चलनासन को अंग्रेजी में चर्निंग मिल पोज (Churning Mill Pose) के नाम से भी जानते हैं। भारत में चक्की चलनासन यानी हाथ से चलने वाली चक्की प्रचलित थी। जिसमें महिलाएं गेहूं को पीसने के लिए इसका उपयोग किया करती थी।

चक्की चलनासन के फायदे-

●रोजाना चक्की चलनासन के अभ्यास से पेट के हिस्सों पर प्रभाव पड़ता है। जिससे पेट की अतिरिक्त फैट कम होता है। 

●यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीलापन प्रदान करता है। 

●इसके योगाभ्यास से मानसिक तनाव में कमी होती है। साथ ही शारीरिक थकान दूर होती है। 

●यह नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। जिससे नींद संबंधी विकार दूर होते हैं। 

●चक्की चलनासन एकाग्रता और मन की संतुलन बनाए रखने में मददगार है। 

●यह साइटिका में होने वाले दर्द को कम करता है। 

●यह आसन पेट, पीठ और हाथ को टोन करता है। 

●चक्की चलनासन महिलाओं के गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत करने में उपयोगी होता है। साथ ही इसके निरंतर अभ्यास से मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द एवं ऐंठन की समस्या से राहत मिलती है।

चक्की चलनासन करने की प्रक्रिया-

●सबसे पहले फर्श या जमीन पर मैट बिछाकर बैठ जाएं। 

●अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाएं। 

●इस दौरान दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाकर रखें। साथ ही रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और दोनों हाथों को फर्श पर सीधा रखें। 

●इसके बाद अपने दोनों हाथों को सामने की ओर फैलाए और हथेलियों को अपने चेहरे की ओर करें। 

●अब अपने दोनों हाथों को करीब ले आकर उंगलियों को आपस में फसा लें।

●तत्पश्चात लंबी सांस लेते हुए अपने शरीर को आगे की ओर करें। 

●अब अपने आंखों को बंद करके हाथों को दाएं से बाएं की ओर अर्थात क्लॉक वाइज दिशा में घुमाएं। 

●इस क्रिया को पहले क्लॉक वाइज फिर बाद में एंटी क्लॉक वाइज करें।

●इस योगाभ्यास को करीब 10 मिनट या अपनी क्षमतानुसार करें।

चक्की चलनासन करते समय बरतें यह सावधानियां-

●सबसे पहले योगाभ्यास के लिए साफ-सुथरी और शांत जगह का चुनाव करें।

●योग को हमेशा खाली पेट ही करें। 

●रीढ़ की हड्डी संबंधित किसी भी तरह की परेशानी होने पर इसके अभ्यास से बचें। 

●यदि किसी व्यक्ति की  कमर, पेट, पीठ और हाथ संबंधी सर्जरी हुई है, तो इस स्थिति में इसके अभ्यास से परहेज करें।

●उच्च रक्तचाप वाले लोगों को चक्की चलनासन करने से बचना चाहिए। 

●गर्भवती महिलाएं इस योग को डॉक्टर की  सलाह पर ही करें। 

 
 

Disclaimer

The informative content furnished in the blog section is not intended and should never be considered a substitution for medical advice, diagnosis, or treatment of any health concern. This blog does not guarantee that the remedies listed will treat the medical condition or act as an alternative to professional health care advice. We do not recommend using the remedies listed in these blogs as second opinions or specific treatments. If a person has any concerns related to their health, they should consult with their health care provider or seek other professional medical treatment immediately. Do not disregard professional medical advice or delay in seeking it based on the content of this blog.


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