वीट जर्म (अंकुरित गेहूं) की प्रक्रिया और फायदे
2022-05-24 14:59:02
वीट जर्म या गेंहू के अंकुर, गेहूं की गुठली का सबसे उत्तम हिस्सा होता है। जो अनाज की तमाम खूबियों से भरा होता है। गेहूं के 3 भाग होते हैं। जिसमें पहला भाग- गेहूं की बाहरी परत, जिसे चोकर या ब्रैन कहते है। दूसरा भाग- आटा प्राप्त करने के लिए पाउडर बनाए जाने वाले एन्डोस्पर्म और तीसरा भाग- गेहूं का सबसे भीतरी हिस्सा अंकुर या जर्म अर्थात अनाज होता है। गेंहू के कुल वजन का सिर्फ 2.5 से 3.8 प्रतिशत भाग वीट जर्म होता है। लेकिन यह हिस्सा गेंहू के बाकी हिस्सों में सबसे अधिक पौष्टिक वाला होता है। आमतौर पर वीट जर्म को अनाज का भ्रूण भी बोला जाता है। जिसमें बीज अंकुरित होते हैं। वीट जर्म एंटीऑक्सिडेंट्स (antioxidants) और ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) से भरपूर होता है। इसके अलावा इसे कैल्शियम, पोटैशियम, ज़िंक, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फाइबर और मैंगनीज जैसे खनिजों से समृद्ध माना जाता है।
वीट जर्म के फायदे-
कब्ज के लिए-
भोजन में फाइबर की कमी कब्ज का कारण बनता है। ऐसे में गेहूं का अंकुर या वीट जर्म का इस्तेमाल शरीर के लिए फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसीलिए अपने आहार में फाइबर की मात्रा को शामिल करना कब्ज या कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए-
फाइबर युक्त आहार को रोग-प्रतिरोधक प्रणाली अर्थात इम्यूनिटी के लिए अच्छा माना जाता है। इसके अलावा यह पेट से हानिकारक रोगाणुओं को साफ कर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम के लिए भी अच्छा होता है। वीट जर्म शरीर में अच्छे बैक्टीरिया के प्रसार में भी मदद करता है। इसीलिए वीट जर्म जैसे फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना रोग-प्रतिरोधक प्रणाली में सुधार करने का काम करता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए-
एक शोध के अनुसार गेहूं में मौजूद रोगाणु हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसलिए न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट्स बेहतर हार्ट हेल्थ के लिए साबुत अनाज खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि वीट जर्म दिल को स्वस्थ रखने और कोरोनरी हृदय रोगों के खतरों को कम करने में मदद करता है।
ब्लड शुगर के लिए-
चूंकि वीट जर्म में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो भोजन के बाद या पोस्ट्प्रैन्डीअल (postprandial) ब्लड ग्लूकोज़ की प्रतिक्रिया को कम करने में कारगर साबित होती है। इसलिए अपने आहार में वीट जर्म या साबुत अनाज को शामिल करने से टाइप 2 डायबिटीज से बचा जा सकता है।
कैंसर के लिए-
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर के खतरों को कम करने के लिए एंटीऑक्सिडेंट की अच्छी खुराक लेना बेहतर होता है। चूंकि वीट जर्म में एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होती है। जो व्यक्ति के दैनिक ज़रूरत को पूरा कर सकता है। इसलिए कैंसर रोगियों के लिए वीट जर्म का सेवन, शरीर में अच्छे पोषक तत्वों की खुराक को पूरा करने के लिए किया जाता है।
मोटापा कम के लिए-
फाइबर युक्त आहार लेना शरीर को ज़्यादा वजन और मोटापे से बचाने में मददगार साबित होता है। इसलिए वीट जर्म के सेवन से न केवल पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलता है, बल्कि शरीर कई घंटों के लिए ऊर्जावान भी बनता है। इसलिए वेट लॉस के लिए वीट जर्म का उपयोग करना एक अच्छा उपाय है।
कैसे बनता है वीट जर्म?
वीट जर्म या गेंहू के अंकुर के लिए सबसे पहले अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के कुछ दानों को पानी में भिगोकर, उन्हें 2-3 दिनों के लिए किसी कपड़े से ढककर रख दें। ऐसा करने से जल्द ही गेहूं से अंकुरण की प्रक्रिया शुरु हो जाती है। और गेंहू से अंकुर निकलने लगते हैं। अब अंकुरित गेहूं को सलाद में मिलाकर या हल्का पकाकर उपयोग में लाएं।