क्या है रागी? जानें, इसके फायदे और उपयोग
2022-04-22 16:23:27
सेहत के लिए पौष्टिक युक्त अनाज का सेवन करना बहुत जरुरी होता है। यह शरीर को पोषण देने के अलावा कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से बचाने में मदद करता है। उन्ही सेहतमंद अनाजों में से एक रागी भी है। जिसमें तमाम मिनरल, विटामिन और कई अन्य आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए रागी को बहुत सी शारीरिक और मानसिक परेशानियों के लिए अच्छा माना जाता है।
रागी का पौधा लगभग1मीटर तक ऊंचा होता है। इसके फल गोलाकार, चपटे और झुर्रीदार होते हैं। इसकी बीज गोलाकार, चिकने एवं गहरे-भूरे रंग के होते हैं। रागी को मड़वा या मंडुआ भी कहा जाता है। इसके अलावा रागी को विभिन्न जगहों पर अलग-अलग नामों जैसे हिंदी में रागी, तमिल में केझवारगु, कन्नड़ और तेलगु में रागी नाम से जाना जाता हैं। इसका वानस्पतिक नाम एलुसीन कोरकाना (Eleusine coracana) है।
रागी के फायदे-
हड्डियों के विकास के लिए-
रागी कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। । इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, ऑस्टियोपोरोसिस और रूमेटोइड गठिया जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं। साथ ही यह हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसलिए हड्डियों के विकास एवं मजबूती प्रदान करने के लिए अपने आहार में रागी को दलिया के रूप में सेवन करना लाभप्रद होता है।
वजन कम करने के लिए-
रागी के दलिया का सेवन करना बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। क्योंकि रागी में ट्रीप्टोफन नामक एमिनो एसिड पाए जाते हैं। जिसमें एंटीओबेसिटी (वजन को कम करने वाला) गुण होता है। यह एमिनो एसिड भूख को नियंत्रित करने का काम करता है। जिससे वजन को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए वजन घटाने के लिए रागी को एक अच्छे विकल्प के तौर पर देखा जाता है।
मधुमेह (डायबिटीज) के लिए-
रागी का आटा टाइप-2 डायबिटीज की समस्या को दूर करने के लिए लाभकारी साबित होता है। दरअसल रागी में लो ग्लाइसेमिक और एंटीडायबिटिक (ब्लड शुगर कम करने वाला) प्रभाव मौजूद होते हैं। जो टाइप-2 डायबिटीज में राहत पहुंचाने का काम करते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए-
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए रागी एक कारगर औषधी है। क्योंकि रागी में मौजूद एमिनो एसिड लिवर में जमा अतिरिक्त वसा को निकालता है। जिससे शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। इसके अतिरिक्त रागी में थ्रेओनीन नामक एमिनो एसिड भी पाया जाता है। यह लिवर में अतिरिक्त वसा को इकठ्ठा नहीं होने देता है। परिणामस्वरूप शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।
एनीमिया के लिए फायदेमंद-
शरीर में आयरन की कमी का होना एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं की कमी) का मुख्य कारण माना जाता है। दरअसल रागी आयरन से समृद्ध अनाज माना जाता है। इसलिए इसका सेवन एनीमिया के खतरे को दूर कर, शरीर में आयरन की कमी को पूरा करता है। इसके लिए रागी के आटे, दलिया अन्य व्यंजन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए-
रागी ह्रदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। क्योंकि इसमें आयरन, मैग्नेशियम नामक खास तत्व मौजूद होते हैं। जो बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके उच्च रक्चाप को कम करने का काम करता है। साथ ही धमनियों से संबंधित समस्या के कारण हृदय रोग के जोखिमों को भी कम करता है। इसलिए रागी को हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है।
पाचन शक्ति एवं कब्ज में लाभप्रद-
रागी की दलिया या आटा पाचन शक्ति को बढ़ाने में लाभकारी सिद्ध होता है। दरअसल रागी में मौजूद डायट्री फाइबर आतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। वहीं, रागी में लैक्सेटिव (कब्ज से राहत देने वाला) प्रभाव मौजूद होता है। जो कब्ज की समस्या को दूर करने का काम करता है। इसलिए पाचन शक्ति को बढ़ाने और कब्ज की परेशानी को दूर करने में रागी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
एंटी कैंसर के रूप में सहायक-
रागी का सेवन कैंसर से बचाव के लिए लाभकारी होता है। दरअसल, रागी में मेथिओनाइन, सिस्टीन एवं लायसिन जैसे एमिनो एसिड गुण पाए जाते हैं। यह सभी गुण कैंसर से बचाने का काम करते हैं। साथ ही कैंसर कोशिकाओं को भी नष्ट करते हैं। जिससे कैंसर होने की संभावना को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए लाभप्रद-
स्तनपान करा रही महिलाओं को अपने आहार में रागी को अवश्य शामिल करना चाहिए। क्योंकि रागी में मौजूद पोषक तत्व मां के दूध को बढ़ाने सहायक होता है। साथ ही यह दूध में आवश्यक आयरन, कैल्शियम और एमिनो एसिड प्रदान करता है। यह पोषक तत्व मां के अलावा बच्चों के लिए भी बहुत जरुरी होते हैं।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद-
रागी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एमिनो एसिड शरीर को आराम पहुंचाने का काम करते हैं। साथ ही इसमें पाए जाने वाला ट्रीप्टोफन एमिनो एसिड दिमाग को शांत करता है। इसके अलावा यह चिंता, तनाव, अवसाद, सिरदर्द एवं अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
त्वचा के लिए लाभदायक-
सेहत के अलावा त्वचा के लिए रागी का सेवन बेहद कारगर है। यह त्वचा की पूरी तरह से देखभाल करता है। इसमें मौजूद फेरुलिक एसिड पराबैगनी किरणों से होने वाली त्वचा की क्षति से बचाव करता है। इसके अलावा रागी में एंटी एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो समय से पहले बुढ़ापे (एजिंग) के लक्षणों को कम करते हैं। इसके लिए रागी को फेस मास्क के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
रागी के उपयोग-
- रागी के आटे से बने रोटियों या पराठों का सेवन किया जाता है।
- रागी के दलिया को नाश्ते के रूप में खाया जाता है।
- रागी से बने इडली या डोसा का सेवन किया जाता है।
- रागी से बने रागी बॉल्स का सेवन किया जाता है।
- रागी का इस्तेमाल फेस मास्क के तौर पर किया जाता है।
रागी के नुकसान-
- चूंकि रागी कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है। इसलिए इसका अधिक सेवन गुर्दे की पथरी का कारण बन सकता है।
- इसमें फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से पेट संबंधी समस्या जैसे गैस, पेट फूलना, पेट में मरोड़ या ऐठन हो सकती है।
- जिन लोगों को रागी या इससे बने उत्पाद से एलर्जी है। ऐसे में उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए।
रागी कहां पाया जाता है?
आमतौर पर रागी भारत, अफगानिस्तान की विभिन्न स्थानों पर उगाई जाने वाली मुख्य फसल है। विशेष रूप से भारत में इसकी खेती पर्वतीय क्षेत्रों में की जाती है। इसके अलावा यह उच्च पर्वतीय प्रदेशों में भी पाया जाता है।